गोपालगंज जिला प्रशासन की अनूठी मुहीम, गांधी जी की काली सूची बैलेट बॉक्स में डाली गयी वोट
बिहार में शराबबंदी है। बावजूद इसके गोपालगंज में शराब की तस्करी धडल्ले से जारी है। इसके अलावा गोपालगंज में कुछ थानाध्यक्ष भी इस शराब के गोरखधंधे में शामिल है। इसी तस्करी को ख़त्म करने और शराब के सेवन करने वालो के खिलाफ गोपालगंज जिला प्रशासन ने अनूठी मुहीम शुरू की है। यह मुहीम आगामी 2 अक्टूबर तक चलेगा। जिसमे आम आदमी से लेकर खास आदमी अपना वोटिंग करेगा और शराब के धंधेबाजो की सूचि उपलब्ध कराएगा।
गोपालगंज अम्बेडकर भवन में बना गांधी जी की काली सूची का बैलेट बॉक्स में वैसे लोगो की सूची गोपनीय तरीके से डाली जा रही है। जो शराब की तस्करी से जुड़े हुए है या फिर वैसे लोगो की सूची डाली जाएगी जो शराब का सेवन करते है। इस बैलेट बॉक्स को पहले जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों और पंचायतो में लगाया गया था। जहा कोई भी आम आदमी इस बॉक्स में शराब के धंधे से जुडी सूची दाल सकता था।
आज शनिवार को शहर के अम्बेडकर भवन में सभी 234 पंचायतो की बैलेट बॉक्स रखी गयी थी। जिसमे कोई भी जनप्रतिनिधि या ग्रामीण वोटिंग कर सकता है। इस वोटिंग किये गए सूची को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में खोला जायेगा। फिर आरोपिओ की जाँच की जाएगी। फिर आरोपी धंधेबाजो और शराबियो की सूची बनाकर पंचायत भवन, प्रखंड परिसर में प्रदर्शित की जाएगी।
सदर सीओ विजय प्रताप सिंह ने बताया कि शराब तस्करों, शराब के सेवन करने वालो का नाम गाँधी जी की काली सूचि में डाली जाएगी। इसमें आम आदमी से लेकर अधिकारी भी शामिल होंगे जो शराब की धंधे से जुड़े होंगे। यह वोटिंग गोपनीय तरीके से की गयी है। सभी आरोपिओ का नाम का जाँच कर आगे की करवाई होगी।
मुखिया रामजी साह ने बताया की डीएम अनिमेष कुमार पराशर की यह अच्छी पहल है। जिसमे हर तबके को शराब से जुड़े इस अभियान में शामिल किया गया है। जिसमे शराबबंदी के बाद का यह अनोखा अभियान है। वही मुखिया सरिता देवी ने बताया की शराबबंदी बहुत अच्छी पहल है। पहले कामगार लोग पैसा कमाने के बाद भी अपने घर वापस नहीं लौट पा रहे थे। वे शराब पिने के लिए इधर उधर पड़े रहते थे। जिससे उनके बच्चो को भूखे पेट सोना पड़ता था। लेकिन इस प्रयास से अब शराब के कारोबार से जुड़े लोगो के खिलाफ करवाई हो सकेगी।
शहर के अम्बेडकर भवन में कार्यक्रम में शामिल होने पहुचे उत्पाद आयुक्त बी कार्तिक धनजी ने बताया की शराब से जुड़े कारोबार को लेकर कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नम्बर पर कॉल कर सकता है। उसके नाम गोपनीय रखे जायंगे। जिससे शराबबंदी को सफल बनाने में सहायता मिलेगी।