गोपालगंज में तालाब पर अतिक्रमण के विरोध में ग्रामीणों ने किया जमकर प्रदर्शन, सडक किया जाम
गोपालगंज में अतिक्रमित तालाब और छठ घाट को लेकर ग्रामीण सोमवार की अहले सुबह सड़क पर उतर गए। ग्रामीणों ने सासामुसा-सेमरा पथ में गोपालपुर थाना के विनोद खरेया गांव में 2 घंटे तक जाम रखा। बाद में मौके पर पंहुचे अंचलाधिकारी के समझाने और अतिक्रमण हटाने के आश्वाशन के बाद लोग शांत हो सके।
बता दें कि विनोद खरेया गांव में लगभग साढ़े तीन बीघे सरकारी जमीन पर एक तालाब स्थित है। जिस पर छठ घाट भी बना हुआ है। इस तालाब का उपयोग धार्मिक कार्यो के साथ-साथ लगभग 10 एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए भी ग्रामीण करते आ रहे है। बरसात के दिनों में गांव से निकलने वाला पानी भी इसी तालाब में एकत्रित होता है। पिछले कुछ वर्षो से तालाब के किनारे कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया। अवैध कब्जे के खिलाफ अक्टूबर और नवंबर महीने गांव के ग्रामीणों ने दो बार जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे सी़ओ चौधरी राम ने इस जमीन पर किसी भी तरह के नव निर्माण पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा अंचल अमीन के पैमाइस रिपोर्ट के आधार पर अवैध रुप से कब्जा किए सरकारी भूमि को खाली करने का आदेश भी दिया था। पर सीओ के आदेश को दरकिनार कर कुछ दबंगो ने रविवार की रात बची हुई जमीन पर टाट लगाकर कब्जा कर लिया। सरकारी जमीन के अवैध कब्जे को नहीं हटाए जाने से आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने सेमरा सासामुसा पथ को विनोद खरेया गांव के समीप दो घंटे तक जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कुचायकोट सीओ चौधरी राम को भी ग्रामीणों ने करीब 2 घंटे तक घेरे रखा। इस दौरान ग्रामीणों ने अंचल और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था,कि सोमवार की सुबह ग्रामीणों को जब इस बात की जानकारी लगी तब सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं के साथ भारी संख्या सड़क पे उतर प्रदर्शन करने लगे।
कुचायकोट सीओ चौधरी राम ने अतिक्रमण करने वालो पर एफआईआर करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारियों को लगातार नोटिस दिया गया है। लेकिन मानने को तैयार नही है। उन्होंने कहा कि आज ही इनके खिलाफ एफआईआर किया जायेगा।