गोपालगंज में योग एवं डांस के माध्यम से बेटी बचाओ और स्वच्छता का दिया जायेगा सन्देश
योग के माध्यम से सिर्फ शरीर और मन को ही स्वस्थ नहीं रखा जा सकता है. बल्कि इससे बेटी को भी बचाया जा सकता है और देश को खुले में शौच से मुक्त भी किया जा सकता है. ये बाते सच साबित करने के लिए गोपालगंज की एक बेटी और सामाजिक कार्यकर्ता दिनरात प्रयास कर रही है. वह दूसरी बेटियो को योग के माध्यम से लोगो को प्रेरित करने के लिए योगा का प्रशिक्षण दे रही है. ताकि योग के माध्यम से लोगो को बेटी बचाओ का सन्देश दिया जा सके.
गोपालगंज के वीएम मैदान के समीप बरनवाल धर्मशाला में प्रतिदिन छोटी बच्चियां योगा का प्रशिक्षण लेटी है. ये बेटियां योगा के माध्यम से डांस सीख रही है. इस डांस के माध्यम से लोगो को अपने शरीर को स्वस्थ रखने का संदेश तो दिया ही जायेगा. लेकिन आगामी 21 जून को योग दिवस के मौके पर लोगो को इस योग के माध्यम से बेटी बचाओ और स्वच्छता का भी सन्देश दिया जायेगा.
शहर के हजियापुर मोहल्ले की रहने वाली गीता कुमारी एक सामाजिक कार्यकर्ता है. वे प्रतिदिन अपने मोहल्ले के गरीब बच्चो को निशुल्क शिक्षा देती है. बच्चो को निशुल्क शिक्षा देने के बाद गीता प्रतिदिन बरनवाल धर्मशाल आती है. यहाँ वे दर्जन भर बेटियो को योग के माध्यम से बेटी बचाओ और खुले में शौच मुक्ति का सन्देश देने वाली डांस सिखा रही है.
जब योग दिवस पर गोपालगंज में हजारो की भीड़ एक जगह होगी. तब गोपालगंज की ये बेटियां भ्रूण हत्या, दहेज़ उन्मूलन और प्रधान मंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के सपने को साकार करने का सन्देश देंगी. इस अभियान में सिर्फ शहर की बेटियां ही नहीं बल्कि छोटे छोटे बच्चे भी शामिल है. जो अपने करतब से लोगो को मंत्रमुग्ध कर देंगे.
बच्चो को निशुल्क योग का प्रशिक्षण देने वाली गीता का कहना है की बच्चो के इस योग से समाज में सन्देश जाएगा की हर कोई योग करे और योग के माध्यम से लोगो को बताया जा रहा है की कैसे बेटियां संसार के लिए महत्वपूर्ण है. साथ ही शौचालय की अहमियत समाज के लिए कितना है. इसका भी सन्देश लोगो के बीच जाए. इसी को लेकर वे लगातार प्रयास कर रही है.
गीता के साथ ही गोपालगंज के विवेक शर्मा भी योग के जरिये टायक्वोंडो के गुर सिखा रहे है. विवेक के मुताबिक योग से मन और शरीर निरोग रहेगा. जबकि टायक्वोंडो से बाहरी दुश्मनों से निबटने में आसानी होगी.