शिवहर

शिवहर में प्रधानाध्यापक के नियुक्ति में धांधली का आरोप, हजारों छात्रों का भविष्य फस सकता अधर में

सरकार चाहे जो दावा करे लेकिन सच्चाई ये है बिहार मे शिक्षा व्यवस्था को एक षड्यंत्र के तहत ध्वस्त किया जा रहा है.

शिवहर जिला के शिक्षा विभाग में सभवत: सब कुछ सही नहीं चल रहा है जिले के विद्यालय मे प्रधानाध्यापक की नियुक्ति में धांधली का आरोप विभाग द्वारा हर बार सिरे से खारिज किया जाता रहा है,लेकिन उच्च विद्यालय सुनौल सुल्तान मे कुछ और ही देखने को मिल रहा है, जहाँ वरीय शिक्षक नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा प्रभारी प्रधानाध्यापक का पद स्वास्थ्य कारणों से अस्वीकार करने के बाद विद्यालय के नियोजित शारीरिक शिक्षक लालबाबू को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया.

दरअसल कुछ माह पूर्व सूचना के अधिकार के द्वारा इस बात में सच्चाई होने का प्रमाण भी मिला है दरअसल आशोपुर निवासी संतोष राय ने लोक सूचना पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना शिवहर से सूचना के अधिकार के तहत उच्च विद्यालय सुनौल सुल्तान से संबंधित सूचना मांगा, जिसके जवाब में लोक सूचना पदाधिकारी ने दिनांक 1-2-2018 तथा पत्रांक 80 के द्वारा बताया कि इस कार्यालय द्वारा श्री लालबाबू को प्रभारी प्रधानाध्यापक उच्च विद्यालय सुनौल सुल्तान घोषित नहीं किया गया है,इसके बाद संतोष राय ने इस मामले को लेकर जिला लोक शिकायत केंद्र शिवहर में 3-2-2018 को आवेदन दिया आवेदन में कहा गया की सूचना के अधिकार के तहत स्पष्ट हुआ कि शिक्षक लाल बाबू को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से प्रधानाध्यापक घोषित नहीं किया गया है

आवेदन मे आगे कहा गया अनाधिकृत प्रधानाध्यापक के द्वारा छात्रों के प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर किया जाना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है जिसके द्वारा सरकारी राशि का आय व्यय जमा निकासी वित्तीय अनियमितताओं को इंगित करता है साथ ही कनिया शिक्षक के अधीन वरीय शिक्षक को कार्य करने की मजबूरी उन्हें कुंठित करती है और यह कुंठा विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को हतोत्साहित करती है आवेदन में कहा गया था कि विभागीय उदासीनता के कारण उच्च विद्यालय के छात्रों का भविष्य अधर में है

26 -4- 2018 को लोक शिकायत का अंतिम आदेश आया जिसमें कहा गया है कि उक्त परिवार वाद पत्र एवं लोक प्राधिकार के प्रतिवेदन का अवलोकन किया गया संबंधित विभाग के विरुद्ध आदेश की अवहेलना के संबंध में विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने का अनुरोध कर दिया गया है तथा उच्च अधिकारी से आदेश की मांग की गई है

इन सब घटनाक्रम के पहले 6-3-2018 को क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक तिरहुत प्रमंडल ने जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवहर को सामान्य प्रशिक्षित के रहते हुए शारीरिक प्रशिक्षित शिक्षक से प्रभारी के रूप में कार्य लेने के संबंध में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा

तथा विभाग द्वारा अब तक अनुशासनहीन शिक्षक पर कार्रवाई ना करने को खेद पूर्ण एवं आपत्तिजनक करार दिया. इसके बाद 20-3-2018 को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त सह कार्यपालक पदाधिकारी सह सचिव शिक्षक नियोजन समिति जिला परिषद शिवहर को पत्र लिखकर नियोजित माध्यमिक शिक्षक उच्च विद्यालय सुनौल सुल्तान को आदेश न मानने पर अनुशासनिक कार्रवाई करने को कहा
तत्पश्चात 31-3-2018 को क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक तिरहुत प्रमंडल ने जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवहर को 3 दिन के अंदर शिक्षक पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया इसके बाद 17-4-2018 को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक तिरहुत प्रमंडल से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा, पत्र में कहा गया कि श्री लाल बाबू ने आवेदन दिया है कि विद्यालय में सभी नियोजित शिक्षक के कारण रहने पर उनके योगदान तिथि के अनुसार वरीय शिक्षक को प्रभावी बनाने का आदेश प्राप्त है इसके अनुसार खुद के नियुक्ति को उन्होंने यही बताया है 18- 4- 2018 के पत्र में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि विद्यालय में नियोजित शिक्षक एवं नियमित वेतनमान में कार्यरत शारीरिक शिक्षक हो तो उस स्थिति में शारीरिक शिक्षक को ही प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया जाना है अन्य मामलों में यह लागू नहीं है कहा निर्देशालय के उपरोक्त पत्र में दिए गए निर्देश के अनुरूप विषयाधीन विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक प्राधिकृत करने की कार्रवाई की जाए,

पत्र के अनुसार ऐसा लग प्रतित हो रहा हैं शिक्षक लालबाबू नियमित वेतनमान में कार्यरत नही है

26-4-2018 को जिलाधिकारी शिवहर ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को 24 घंटे के अंदर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को प्राधिकृत करने की कार्रवाई करने का आदेश दिया इसके बाद पुण: 4-5-2018 को जिला अधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी सेे कहा कि विभागीय पत्र के कंडिका 3 में स्पष्ट है कि विद्यालय में नियोजित शिक्षक एवं नियमित वेतनमान में शारीरिक शिक्षक कार्यरत हो तो उस स्थिति में शारीरिक शिक्षक को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया जाना है अगर प्रधानाध्यापक लालबाबू नियमित वेतनमान में कार्यरत नहीं है तो विभागीय पत्र के आलोक में कार्रवाई करें ताकि विद्यालय में पठन पाठन का कार्य बाधित नहीं हो जिसके बाद 24-5- 2018 को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा बिहार से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा है.

लेकिन स्थिति काफी हद तक स्पष्ट होने के बावजूद भी अब तक कार्रवाई ना होने से विभाग सहित पूरे व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग गया है लोग जानना चाह रहे है ऐसी स्थिति मे अच्छी शिक्षा व्यवस्था की कल्पना कैसे की जा सकती है.

संघर्षशील युवा अधिकार मंच के अध्यक्ष आदित्य कुमार का कहना जिलाधिकारी इस पूरे मुद्दे को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करें प्रधानाध्यापक के नियुक्ति में धांधली की बात सामने आना दुर्भाग्यपूर्ण है मंच द्वारा शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए संघर्ष अब तेज किया जाएगा. शिवहर को भष्टाचार मुक्त बनाना मंच का लक्ष्य हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected By Awaaz Times !!