नीति आयोग के ख़िलाफ़ NIMA के चिकित्सक दिल्ली में विरोध मार्च के लिए रवाना होंगे कल
केंद्र द्वारा गठित नीति आयोग ने भारतीय चिकित्सा पद्धति के चिकित्सकों के अधिकारों के विरुद्ध निर्णय लिया है जिसमें नीति आयोग द्वारा प्रस्तावित NCISM Bill 2017 लाया जा रहा है तथा आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों के प्राप्त अधिकार IMCC act 1970 को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है ।
बता दें कि नीति आयोग द्वारा लिए गए इसी निर्णय से आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों के अधिकारों का समाप्त किया जा रहा है जिसके ख़िलाफ़ देशभर के NIMA नेशनल इंटेग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों में रोष व्याप्त है तथा प्रस्तावित बिल के खिलाफ भारतीय चिकित्सा पद्धति ISM के सभी BAMS, BUMS चिकित्सक एकजुट हैं। NIMA के सक्रिय सदस्य डॉ० आफताब आलम ने बताया कि अपने अधिकारों को लेकर NCISM Bill 2017 में महत्वपूर्ण संशोधन की मांग हेतु राष्ट्रव्यापी आंदोलन में NIMA नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सक देश के कोने-कोने से चलकर देश की राजधानी दिल्ली में 6 नवंबर 2017 को पहुंच कर अपने अधिकारों के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे।
इस सिलसिले में गोपालगंज से डॉ० आफताब आलम व डॉ आर पी सिंह, सीवान के डॉ मिर्ज़ा सरफराज, मोतिहारी के डॉ मनिष कुमार व डॉ खालिद अख्तर, छपरा के डॉ रूपेश कुमार पांडेय व डॉ अमरेन्द्र कुमार, औरंगाबाद के डॉ मनोज शर्मा, वैशाली के डॉ नितिन मुकेश ने आंदोलन को सफल बनाने हेतु ISM के सभी चिकत्सकों से ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में विरोध मार्च व धरना में शामिल होने के लिए दिल्ली चलने का आह्वान किया।