असहिष्णुता पर आमिर को नसीहत, अपनी पत्नी को दें देश की प्रतिष्ठा की सीख
BJP नेता राम माधव ने गुरुवार को अभिनेता आमिर खान के असहिष्णुता वाले बयान पर उनकी निंदा करते हुए कहा कि उन्हें देश के स्वाभिमान की सीख सिर्फ ऑटो रिक्शा चालकों को नहीं बल्कि अपनी पत्नी को भी देना चाहिए।
राम माधव ने ये भी कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि निकट भविष्य में अवार्ड वापसी की जरूरत ना पड़े साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा कि देश की सीमा और उसके सम्मान के साथ कभी कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
पिछले दिनों अभिनेता आमिर खान के देश में असहिष्णुता वाले बयान पर निशाना साधते हुए राम माधव ने कहा कि सिर्फ देश के ऑटो रिक्शा चालकों को ये बताना कि देश का आत्मसम्मान कैसे बचाएं काफी नहीं है यही सीख उन्हें अपनी पत्नी को भी देनी चाहिए।
आपको बता दें कि यूपीए सरकार के दौरान आमिर खान को अतुल्य भारत टूरिज्म कैंपेन क ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया था लेकिन अब आमिर खान को इस कैंपेन से हटाया जा चुका है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के खालसा कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए राम माधव ने कहा कि किसी को भी अवार्ड लौटाने की जरूरत नही है, सभी का ख्याल रखा जा रहा है लेकिन देश का सम्मान किया जाना जरूरी है और इसके लिए हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वो देश के सम्मान और उसकी प्रतिष्ठा का ख्याल रखे।
माधव ने कहा कि हम देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम पड़ोसियों से भी अच्छे संबंध रखना चाहते हैं लेकिन अपने देश की सीमा और अपने आत्मसम्मान के साथ लेकर और इन मसलों पर कभी कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
छात्रों को संबोधित करते हुए माधव ने कहा कि देश के लेकर देखे जाने वाले सपने राजनीतिक रूप से गलत हो सकते हैं लेकिन हमें ये जानकर दुख होता है कि हम ऐसे माहौल में रह रहे हैं जहां हम सपने नहीं देख सकते।
स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए राम माधव ने कहा कि विवेकानंद ने एक बार शिकागो में कहा था कि भारत सिर्फ सहिष्णु नहीं है बल्कि वो इसे मानता है और स्वीकार भी करता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में अमेरिकी नागरिकों की इसलिए इतनी इज्जत की जाती है क्योंकि दुनिया में अमेरिका की बहुत इज्जत है उसी तरह हम भी दुनिया में भारत की छवि एक सम्मानित राष्ट के रूप में बनाना चाहते हैं उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य दुनिया के सामने भारत को प्रतिष्ठा बढ़ाना है।
राम माधव ने ये भी कहा कि जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तबसे दुनिया में भारत की छवि में बहुत सुधार आया है।