पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने CBI कोर्ट में पेशी के दौरान कहा “मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही”
पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तिहाड़ जेल से मुजफ्फरपुर के विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेशी हुई। उन्होंने कोर्ट को बताया कि नार्को, ब्रेन मैंपिंग व लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने को लेकर सीबीआइ की अर्जी पर अपने अधिवक्ता से विचार विमर्श कर रहे हैं।
शहाबुद्दीन ने कहा कि वकील से विचार- विमर्श के बाद ही वे अपने निर्णय से कोर्ट को अवगत कराएंगे कि इस टेस्ट को लेकर उनकी सहमति है या नहीं।
उन्होंने एक बार फिर सीबीआइ की अर्जी व टेस्ट कराए जाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए विरोध किया ।उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआइ उन्हें फंसाने के लिए इस टेस्ट को आधार बनाना चाह रही है। उधर इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद लड्डन मियां सहित छह आरोपितों की कोर्ट में पेशी हुई ।
उन्होंने कोर्ट से कुछ और समय देने की प्रार्थना की और कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई के लिए 19 जून की तारीख मुकर्रर की है।
इससे पहले मुजफ्फरपुर के विशेष सीबीआई कोर्ट में तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये 9 जून को शाहबुद्दीन की पेशी हुई थी, जिसमें कोर्ट ने साइंटिफिक टेस्ट के लिए उनकी सहमति है या नहीं इस बारे में पूछा।शाहबुद्दीन ने एक सप्ताह में वकील के माध्यम से जबाब देने की बात कही थी।
सीबीआई ने कोर्ट को बताया है कि शाहबुद्दीन जांच और पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सीबीआई को शाहबुद्दीन को आठ दिनों तक रिमांड पर लेकर 50 सवाल पूछा था। शाहबुद्दीन ने कोर्ट में दलील दिया था कि उन्होंने सीबीआई के सभी सवालों को जबाब दिया है ऐसे में वैज्ञानिक तरीके से पूछताछ का औचित्य नहीं है।
गौरतलब है कि जबतक शाहबुद्दीन की सहमति इन टेस्ट के लिए नहीं होगी तबतक सीबीआई जांच नहीं करा सकती है। माना जा रहा है कि राजदेव हत्याकांड में सीबीआई जेल से बेल पर रिहा हुए मो. जावेद और मो. कैफ को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी में है।