ब्रिटेन, अमेरिका, चीन समेत 99 देशों पर बड़ा साइबर हमला, कंप्यूटर हैक कर मांगी फिरौती
शुक्रवार की शाम खबर आई कि ब्रिटेन के दर्जनों अस्पतालों के कंप्यूटर को हैकर्स ने रैंसमवेयर के जरिए हैक कर लिया। लेकिन अब ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 99 देश इस साइबर हमले की चपेट में हैं। इसके तहत लगभग 75,000 कंप्यूटर को निशाना बनाया गया है। मिली खबर के मुताबिक कि यूरोप, अमेरिका, चीन और रूस जैसे बड़े देशों में में कई जगह कंप्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया है। हमले में रेंसमवेयर नाम के वायरस का इस्तेमाल किया गया है। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस रेंसमवेयर वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुई है।
हैकर्स ने मांगे फिरौती
इंग्लैंड के कई अस्पतालों का कहना है कि उन्हें अपने कंप्यूटर ऑन करने में परेशानी हो रही है। जो कंप्यूटर्स हैक हुए हैं उन्हें ऑन करने पर स्क्रीन पर एक मैसेज दिखाई दे रहा है जिसमें कहा गया है कि फाइल रिकवर करना चाहते हो तो पैसे चुकाने होंगे। स्क्रीन पर दिख रहे मैसेज के मुताबिक बिटकॉइन में फिरौती मांगे जाने की खबर है।
कई देशों में रेंसमवेयर नाम के कंप्यूटर वायरस को साइबर हमले के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। रेंसमवेयर एक ऐसा वायरस है जो कंप्यूटर्स फाइल या डेटा को बर्बाद करने की धमकी देता है। धमकी दी जाती है कि यदि अपनी फाइलों को बचाना चाहते हैं तो फीस चुकानी होगी।
ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही हैकर्स द्वारा खोला जा सकता है। हालांकि अभी ये कंप्यूटर वायरस भारत में नहीं फैला है, लेकिन खतरा बरकरार है।
कैसे बचाए वायरस से अपने कंप्यूटर
अपने कंप्यूटर में किसी अच्छी कंपनी का एक एंटी वायरस डालें। एंटी वायरस की आखिरी तारीख याद रखें और उसे अपडेट कराते रहें। जब भी अपने कंप्यूटर को मोबाइल, पैन ड्राइव या किसी दूसरे डिवाइस से जोड़ें तो उसे स्कैन जरूर करें। किसी ऑनलाइन साइट से कुछ डाउनलोड करें या कुछ देखें तो पहले देख लें कि वो साइट रजिस्टर्ड और सुरक्षित हो। साथ ही अपने सिस्टम को समय-समय पर फॉर्मेट कराते रहें।
क्या है रेनसमवेयर कंप्यूटर वायरस
कई देशों में रेनसमवेयर नाम के कंप्यूटर वायरस को साइबर हमले के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। रेनसमवेयर एक ऐसा वायरस है जो कंप्यूटर्स फाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है। धमकी दी जाती है कि यदि अपनी फाइलों को बचाना है फिरौती की रकम देनी होगी वरना आपके फाइल को बर्बाद कर दिया जाएगा। ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही खोला जा सकता है।