बिहार में NEET का पेपर लीक करने की थी साजिश, दो डॉक्टर समेत पांच गिरफ्तार
देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और डेंटल कोर्स में एडमिशन के लिए सीबीएसई की एन्ट्रेंस एग्जाम (नीट) रविवार को सुबह 10.00 बजे से दोपहर 1 बजे तक हुई. इस बीच चर्चा है कि परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. पटना पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों की गिरफ्तारी की है. इनमें से दो मेडिकल के छात्र हैं. पुलिस की छापेमारी जारी है.अभी तक पेपर लीक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
नीट पेपरलीक कांड का तार बीएसएससी पेपर लीक कांड से जुड़ता नजर आ रहा है. बीएएससी पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी संजीव गुरू के बेटे गुड्डू को पत्रकार नगर से गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही एक और लड़के को गिरफ्तार किया गया है. संजीव गुरू की पत्नी नालंदा जिले के नूरसराय से मुखिया है. इस गिरफ्तारी के बाद से एक बार फिर नालंदा जिले का नाम पेपर घोटोले से जुड़ता नजर आ रहा है.
परीक्षा के लिए सीबीएसई ने छात्रों से कहा था कि वे परीक्षा केंद्र पर सुबह 7.30 बजे तक पहुंच जाएं. सुबह 7.30 बजे से लेकर 9.30 बजे तक परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश दिया गया. परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर ही पेन दिए गए.
अंदर नहीं ले जाने दिया गया किसी प्रकार का कागजात
परीक्षा के पपेर लीक को रोकने व निष्पक्ष आयोजन के लिए कड़े एहतियाती कदम उठाए गए. ड्रेस कोड के अलावा अन्य सख्त नियम भी बनाए गए. लड़कियों के साड़ी पहनने के साथ-साथ मेहंदी लगाने पर भी रोक लगा दी गई. परीक्षार्थियों को हवाई चप्पल या सैंडल, हाफ टी-शर्ट या शर्ट, ट्राउजर, लैगिंस, लोवर, प्लाजो, सलवार, हाफ स्लीव्स कुर्ती, टॉप में ही परीक्षा देने की अनुमति दी गई. बड़े बटन या फूल-पत्ती वाले कपड़े पहनकर आने पर भी रोक लगा दी गई. परीक्षा को लेकर सख्त एहतियाती कदमों के बावजूद पेपर लीक की चर्चा गंभीर बात है. फिलहाल, अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
विदित हो कि इस बार नीट के लिए 1135104 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. यह पिछले साल की तुलना में 41.42 फीसद ज्यादा है. परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से जुड़े कुल 180 ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे गए. परीक्षा खत्म होने के बाद अब छात्रों को सीबीएसई की ओर से जारी होने वाली नीट 2017 की आंसर-की का इंतजार है. इसके सहारे वे अपने प्रदर्शन का सही-सही आकलन कर पाएंगे. किसी प्रश्न के उत्तर को लेकर चुनौती देने का भी मौका उन्हें दिया जाएगा.
छात्रों को सवाल पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए प्रति सवाल 1000 रुपये की फीस जमा करानी होगी. शुल्क का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है1 हालांकि अगर छात्रों की आपत्ति अगर सही पाई गई तो उनके पैसे उन्हें वापस कर दिए जाएंगे.