अयोध्या में बाबरी मस्जिद को मेरे कहने पर तोड़ा गया था – पूर्व भाजपा सांसद राम विलास वेदांती
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी राम विलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है. पूर्व भाजपा सांसद और रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने कहा है कि छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को उनके कहने पर तोड़ा गया था.
मीडिया से बातचीत में वेदांती ने उमा भारती के बयान से आगे बढ़ते हुए कहा कि उन्होंने ही कार सेवकों को विवादित ढांचा तोड़ने का आदेश दिया था. वेदांती ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंघल और गोरक्षपीठ के तत्कालीन महंत अवैद्यनाथ भी शामिल थे.
आडवाणी-जोशी पर आपराधिक साजिश का ट्रायल
वेदांती के मुताबिक भले ही उन्हें फांसी हो जाए, लेकिन वो अपने बयान से नहीं पलटेंगे. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल को आदेश दिया है कि बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार समेत 13 नेताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा भी चलाने का आदेश दिया है.
सुप्रीम कोर्ट ने दो साल के अंदर मुकदमे की सुनवाई पूरी करने का आदेश दिया है. साथ ही अदालत ने कहा है कि चार हफ्ते के अंदर लखनऊ की विशेष अदालत में मामले की सुनवाई शुरू की जाए. पूरी सुनवाई के दौरान जज का ट्रांसफर नहीं होगा.
वेदांती भी 13 लोगों में शामिल
राम विलास वेदांती भी उन 13 लोगों में शामिल हैं, जिनके खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश हुआ है. इस मामले में 21 आरोपी थी, लेकिन अशोक सिंघल, विष्णु हरि डालमिया, गिरिराज किशोर, बाल ठाकरे और महंत रामचंद्र दास परमहंस समेत आठ आरोपियों की मौत की वजह से 13 आरोपी ही बचे.
इनमें से कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल होने की वजह से पद पर बने रहने तक मुकदमे से छूट मिलेगी. जबकि वेदांती के अलावा, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत धर्मदास और राम जन्मभूमि न्यास के महंत नृत्य गोपाल दास का नाम भी 13 अभियुक्तों में शामिल है.