शहाबुद्दीन ने जैसा कर्म किया है उसका फल मिला है और भविष्य में भी भोगना पड़ेगा – चंदा बाबू
राजद के पूर्व बाहुबली सांसद मो.शहाबुद्दीन को सिवान जेल से तिहाड़ भेजने व बिहार से मुकदमा दिल्ली में ट्रांसफर करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज अपना फैसला सुना दिया है. सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए कहा है कि बिहार सरकार शहाबुद्दीन को जल्द से जल्द बिहार से बाहर दिल्ली तिहाड़ जेल भेजने का प्रबंध करे.
सुप्रीमकोर्ट का फैसला आते ही तेजाब व गवाह हत्याकांड में मृतक रौशन के पिता चंद्रकेश्वर प्रसाद (चंदा बाबू) ने खुशी व्यक्त किया है और कहा है कि उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है उनपर लगातार दवाब बनाया जाता है गवाहों को धमकाया जाता है. उनको सिवान छोड़कर चले जाने को लेकर धमकी भी दी गई लेकिन मै अब डरता नहीं हूं अब मरे पास खोने को बचा ही क्या है? उन्होंने सुप्रीमकोर्ट में उनका पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण की तारीफ करते हुए कहा कि आशा नहीं करते थे की हमें न्याय मिलेगा लेकिन उन्होंने खुद इस मामले में आकर हामरे लिए लड़ाई लड़ी है वो हमारे भगवान स्वरूप हैं. शहाबुद्दीन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने जैसा कर्म किया है उसका फल मिला है और भविष्य में भी भोगना पड़ेगा.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सुशासन बाबू को अभी भी नहीं समझ में आ रहा है वो तो परस्थितियों के सीएम है, ऐसा खुद शहाबुद्दीन ने भी कहा है. गौरतलब है कि बिहार सरकार पर कोर्ट में अपना पक्ष ठीक ढंग से नहीं रखने का आरोप लगा था जिसके कारण शहाबुद्दीन को जमानत मिल गया था.
गौरतलब है कि तेजाब व गवाह हत्याकांड में मृतक रौशन के पिता चंद्रकेश्वर प्रसाद (चंदा बाबू) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर शहाबुद्दीन को सिवान जेल से स्थांतरित करने और शहाबुद्दीन के मुकदमों को भी दिल्ली स्थानांतरित को लेकर गुहार लगाईं गई थी.