बिहार में मनरेगा इंजीनियर की बीच बाजार गोली मार कर हत्या
इन दिनों बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं ने बिहार सरकार का सुशासन बेनकाब कर दिया है. खासकर शेखपुरा में पुलिस प्रशासन की अकर्मण्यता से अपराधी बेलगाम हो गए हैं. तभी तो मंगलवार की शाम ढलते ही मनरेगा में कार्यरत जेईई उज्ज्वल कुमार (35वर्ष)को अपराधियों ने शहर के स्टेशन रोड स्थित मरिया आश्रम के पास गोली मार कर हत्या कर दी.
शेखपुरा में अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस घटना के पश्चात शहर में एक बार फिर दहशत का माहौल कायम हो गया है और अपराधी ने कानून व्यवस्था को एक बार फिर खुली चुनौती दे दी है. मूल रूप से नवादा जिले के गोला पर के रहने वाले मृतक उज्जवल राज शेखपुरा प्रखंड में कार्यरत थे.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की संध्या मृतक अपनी पत्नी मोनिका के साथ मारिया आश्रम में चर्च के फादर से मिलने गए थे. उनकी पत्नी मारिया आश्रम में संचालित होने वाले विद्यालय में ही शिक्षिका थी. इसी क्रम में किसी के द्वारा फोन कर उन्हें बाहर बुलाया जा रहा था, हालांकि इस दौरान उन्हें कुछ अनहोनी की शंका भी हुई तब उन्होंने अपने कुछ नजदीकियों को फोन कर यह बताया कि एक पीआरएस द्वारा उन्हें बाहर बुलाया जा रहा है.
कुछ दिनों से उनपर एमबी बुक करने के लिए उनपर दबाव बनाया जा रहा था पर उन्होंने बिना काम कराए एमबी बुक करने से इनकार कर रहे थे. उन्हें आशंका हो रही थी कि बाहर में कुछ लोग उन्हें घेरे हुए हैं, इसके बावजूद भी वह इन सारी आशंकाओं को नजरअंदाज करते हुए अपनी पत्नी को वही आश्रम में ही बैठे रहने की बात कहते हुए अकेले बाहर निकल गए.
इस दौरान वह फोन पर ही किसी से बात करते हुए जैसे ही बाहर पहुंचे तभी वहां घात लगाए अपराधी ने उन पर गोली चला दी. गोली उनके सीने के बाई तरफ लगी और वह वहीं गिर पड़े, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत सदर अस्पताल लाया गया परंतु गोली की मार इतनी गहरी थी की उन्हें बचाया नहीं जा सका और अस्पताल पहुंचने के चंद मिनट बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
घटना की सूचना मिलते ही एसपी राजेंद्र कुमार भील समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी सदर अस्पताल पहुंचे जबकि कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर भी पहुंच अपराधियों की सुराग की तलाश में जुटे रहें. बहरहाल समाचार लिखे जाने तक किसी भी अपराधी को पकड़े जाने की सूचना नहीं मिली है. मृतक की विधवा मोनिका ने बताया कि जिस समय उन्हें गोली मारी गई उस समय तीन चार लोग बेतहाशा दौड़ते हुए वहां से भागे थे.
घटना के पश्चात क्षेत्रीय विधायक रणधीर कुमार सोनी भी सदर अस्पताल पहुंचे. बहरहाल इस घटना ने एक बार फिर जिले में दहशत कायम कर दिया है और पुलिस अपराधी तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत में जुट गई है