हाजीपुर के स्टेट बैंक में एक ग्राहक द्वारा जमा कराते वक्त 2000 के जाली नोट को मशीन ने पकड़ा
देश में नोटबंदी लागू होने के बाद से गांव हो या शहर सब तरफ नोट के लिए हाहाकार मचा है। संसद से लेकर सड़क संग्राम मचा है। परिस्थिति सामान्य हुई भी नहीं है कि बाजार में आ गए 2000 रुपये के जाली नोट। बिहार के हाजीपुर में और इससे पहले सीतामढ़ी में 2000 रुपये के जाली नोट पकड़े जाने का मामला सामने आने से हड़कंप मचा है।
हाजीपुर के स्टेट बैंक में एक ग्राहक द्वारा नोट जमा कराते वक्त 2000 रुपये के जाली नोट को रुपये गिनने वाली मशीन ने पकड़ लिया। हाजीपुर के स्टेट बैंक में विनोद गुप्ता नाम के व्यापारी मंगलवार को रुपया जमा कराने गए थे। बैंक कर्मी ने जैसे ही विनोद गुप्ता द्वारा दिए गए नोट के बंडल को मशीन में गिनती के लिए दिया कि कुछ ही सेकेंड बाद मशीन ने गिनती करना बंद कर दिया। मशीन के गिनती बंद कर देने से बैंक कर्मी को समझ में आ गया कि कुछ न कुछ गडबड़ है। तब जाकर बैंककर्मी ने उस नोट को बंडल से निकाल लिया जहां पर जाकर मशीन ने गिनती बंद कर दी थी।
बैंक के प्रबंधक से लेकर कैशियर तक को उस नोट को दिखाया गया। नोट को हाथ से देखने फिर मशीन से चेक करने पर पता चला कि वो नोट ही जाली है। बैंक के कैशियर बाबू लाल प्रसाद ने कहा कि ग्राहक द्वारा दिए गए इस नोट की अच्छी तरह से जांच की गयी जिसमें ये नोट नकली निकला। उन्होंने बताया कि पहले हाथ में ही लेने पर लगा कि इसका पेपर बहुत ही हल्का है, फिर इसको मशीन में डाला गया तो मशीन ने इसको रोक दिया फिर लैंप में भी इस नोट को देखा गया तो साफ हो गया 2000 को ये नोट नकली है।
बैंक में रुपया जमा कराने आए व्यापारी विनोद गुप्ता ने बताया कि असली और नकली नोटों का पहचान करना बेहद ही मुश्किल है इसी में वो धोखा खा गए। उन्होंने बताया कि किसी ग्राहक ने उनके दुकान पर आकर इस नकली नोट को देकर चला गया और वो उस नकली नोट की पहचान नहीं कर पाए।
विदित हो कि हाल के दिनों में सीतामढ़ी के एटीएम से भी एक ग्राहक को 2000 रुपये के जाली नोट मिले थे। कुछ दिन पहले ही सरकार ने 2000 रुपये के नए नोट को बाजार में लाया है और इसके कुछ ही दिन बाद नकली नोटों का प्रचलन शुरु हो जाना कहीं न कहीं सरकार के चिंता का विषय है। मतलब साफ है कि नकली नोट के कारोबार में शामिल गिरोह के कारनामों से सरकार की परेशानियां आने वाले समय में काफी बढ़ने वाली है।