सुप्रीमकोर्ट से मिले नोटिस से स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव नाख़ुश
जर्नलिस्ट राजदेव रंजन हत्याकांड में अपराधियों का बचाव करने के आरोप में घिरे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव ने तस्वीर को लेकर मिली सुप्रीम कोर्ट के नोटिस से नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि नेताओं व मंत्रियों से हर रोज ना जाने कितने लोग भेंट करने आते हैं, इनमे अपराधी कौन है यह कैसे पता चलेगा?
स्वस्थ्यमंत्री ने कहा है कि, मै सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करता हूं, किंतु तस्वीर को लेकर आरोप लगाना सही नहीं है. आगे वो कहते हैं कि, कोई माथे पर नहीं लिख कर घूमता कि, वो अपराधी है. ऐसा भी हो सकता है कि, किसी साजिश के तहत मेरा फोटो खींचा गया हो? उन्होंने कहा कि, अगर इस आधार पर मुझपर करवाई की जाएगी तबतो भाजपा नेताओं पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
इस मुद्दे पर पक्षपात नहीं की जानी चाहिए. गौरतलब हो कि, दी गई अपनी याचिका में पत्रकार राजदेव की पत्नी आशा रंजन ने शहाबुद्दीन के साथ-साथ तेजप्रताप पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने तेजप्रताप पर एक अपराधी को संरक्षण देने का आरोप लगाया है.
सुप्रीम कोर्ट से मिली नोटिस के बाद बौखलाए तेजप्रताप यादव ने प्रेस के प्रश्नों पर उनसे हीं सवाल किया कि आपके साथ अगर ऐसे व्यक्ति की फ़ोटो आ जाए जो आपराधिक हो, तो क्या इसका मतलब ये तो नहीं कि उसे पनाह दे रहे हैं या उसे बचा रहे हैं?