मुजफ्फरपुर में एक मासूम बच्ची अंधविश्वास की भेंट चढ़ा दी गई
आदमी चांद पर पहुंच चुका है लेकिन अब भी लोग डाक्टर से इलाज करवाने के स्थान पर तांत्रिक से जांच करवा रहे हैं। ताजा मामला मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां थाना का है। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में एक मासूम बच्ची अंधविश्वास की भेंट चढ़ा दी गई। लंगड़ापन दूर करने के चक्कर में महिला तांत्रिक ने बेंत से बच्ची की पांच दिनों तक बेरहमी से पिटाई की। अंततः उसकी मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया और तांत्रिक को जलाने का प्रयास किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने तांत्रिक को अपने कब्जे में लेकर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, बोचहां के तुर्की गांव निवासी मो. रेहान की पुत्री समा परवीन उर्फ सैमा परवीन (8) का पैर टेढ़ा था। बरहेता हरिबल्लभ गांव निवासी मो. मनान खान की पत्नी जरीना खातून तांत्रिक होने का दावा करती थी। उसने बच्ची की बीमारी जड़ से छुड़ा देने का वादा किया। कहा कि इसके लिए बच्ची को उसके पास छोड़ जाना होगा। बाबा पीर की आराधना कर बच्ची के सिर से भूत-प्रेत का साया व शरीर के कष्ट को दूर करेगी। इसके लिए पांच हजार रुपये खर्च होंगे। उसके बाद यह बच्ची हमेशा ठीक रहेगी।
झांसे में आकर परिजनों ने बच्ची को पांच रोज पूर्व महिला तांत्रिक के हवाले कर दिया। चार हजार रुपये अग्रिम दे दिए। उसके बाद महिला ने झाड़-फूंक शुरू की। इस क्रम में रोज बेंत से बच्ची की पिटाई करती रही। पांचवें रोज सुबह में बच्ची की मौत हो गई। तब तांत्रिक बोली कि पीर बाबा इसे अपने साथ बुलाकर ले गए हैं। फिर बच्ची की लाश उसके घर ले आयी। परिजनों ने शव देखा। उसके शरीर पर बेंत से पिटाई के दर्जनाधिक निशान थे। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया जो करीब तीन घंटे तक जारी रहा।
पुलिस ने पूर्व सरपंच के पति उपेंद्र ठाकुर व जनप्रतिनिधियों की मदद से लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजा। परिजनों ने जान-बूझ कर झाड़-फूंक के बहाने बच्ची की बेंत से पीट कर हत्या कर देने का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।