गोपालगंज शराब काण्ड में बड़ी कारवाई, थानाध्यक्ष समेत 25 पुलिस वाले निलंबित
गोपालगंज एसपी रविरंजन ने नगर थाने के सभी पुलिस पदाधिकारी है जिनमे नगर थाने के इंस्पेक्टर बीपी आलोक, सब इंस्पेक्टर अमित कुमार समेत 15 पुलिस अफसर तथा 10 हेड कांस्टेबल है। कुल 25 पुलिस वालों पर निलंबन का डंडा चलाया गया है। डीएम राहुल कुमार ने पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टर को भी निलंबित कर दिया है।
उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव के के पाठक ने गोपालगंज के उत्पाद इंस्पेक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनसे पूछा गया है कि आखिर किन परिस्थितियों में इस तरह की घटना हुई और इसमें किसकी लापरवाही है?
एफएसएल ने घटनास्थल के दौरे के साथ कई नमूने संग्रहीत किए हैं वहीं डीएम ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। टीम ने जांच शुरू कर दी है। उधर घटना के दूसरे दिन भी प्रशासनिक अधिकारियों का दौरा जारी रहा। मृतकों की संख्या बढ़ने और मुख्यमंत्री की स्वीकारोक्ति के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया है। एसपी की कार्रवाई को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
अब तक 18 लोगो की मौत से पूरी राज्य सरकार हिली हुई है। वही जहरीली शराब से हुई मौतों पर विपक्षी दलों के हमलावार तेवर ने सरकार के कस बल ढीले होते दिख रहे है। सरकार मामले की गंभीरता को देखते हुए गोपालगंज जिला प्रशासन की लापरवाही को रेखांकित कर चुकी है। वही उच्च पदस्त सरकारी अधिकारियों से जुड़े विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोपालगंज के डीएम राहुल कुमार और एसपी रवि रंजन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। दोनों का तबादला लगभग तय है। सरकार दोनों पर कार्रवाई कर सरकारी अधिकारियों को कड़ा संदेश देना चाहती है कि सूबे में जारी शराबबंदी पर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सपी और डीम दोनो का तबादला किया जाये