गोपालगंज: पत्नी ने पति का फोन नंबर किया ब्लॉक तो पति ने उठाया खौफनाक कदम, परिजनों में कोहराम
गोपालगंज: आज फ्रेंडशिप-डे है। पूरी दुनिया में लोग अपनी दोस्ती का इजहार कर विश कर रहे हैं। एक पति के लिए पत्नी से अच्छा कोई दोस्त नहीं हो सकता है। यही सोचकर गोपालगंज के एक शख्स ने मायके पहुंची पत्नी को फोन किया, लेकिन नादान पत्नी ने अपने पति का ही मोबाइल नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया था और बात करने से इनकार कर दिया। मोबाइल फोन का नंबर ब्लॉक होने से आहत पति ने खौफनाक कदम उठा लिया और अपने कमरे में ही फांसी का फंदा बनाकर सुसाइड कर ली। दिल को झकझोर देने वाली यह घटना उचकागांव थाना क्षेत्र के खरहरवा गांव की है। मृतक का नाम उमेश यादव है, जो राम कैलाश यादव का 30 वर्षीय पुत्र है।
उमेश की शादी 7 साल पहले मीरगंज थाना क्षेत्र के सियारी मठिया गांव में दुर्गावती देवी नाम की महिला के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों के बीच तीन बेटियां हुई। पति उमेश यादव दूध का व्यवसाय कर घर परिवार चलाने लगा। 7 साल तक दोनों पति- पत्नी एक दूसरे के साथ सुख दुख में काम आते थे और खुशी से जीवन बिता रहे थे।
इधर, बीते कुछ दिनों से पति-पत्नी के बीच अनबन हुआ और दुर्गावती देवी अपनी तीनों बेटियों को लेकर मायके चली गई। मृतक के भाई मुकेश यादव का आरोप है कि दुर्गावती देवी ने बैंक से दो लाख रुपए अपने पति के नाम पर लोन लिया था। पैसे को नहीं देने के लिए वह मायके चली गई और मोबाइल नंबर भी ब्लॉक लिस्ट में डाल दी। आज दुर्गावती देवी का पति उमेश यादव पत्नी को फोन किया तो उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक बताया। इसके बाद आहत होकर उसने अपने कमरे में ही सुसाइड कर ली।
घटना की जानकारी होने पर उचकागांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले ली और तफ्तीश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड करने की वजह का स्पष्ट पता नहीं चल सका है। मृतक के मोबाइल फोन को पुलिस ने जप्त कर लिया है और कॉल डिटेल करने के बाद सुसाइड कांड का खुलासा करने की बात कही है।
हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार का कहना है कि पुलिस मामले में केस दर्ज कर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इसका खुलासा किया जाएगा।
वहीं, दूसरी तरफ फ्रेंडशिप-डे के मौके पर पति के सुसाइड किए जाने पर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। मृतक की पत्नी भी ससुराल पहुंच चुकी है और पूरे मामले में पुलिस उसकी भी बयान को दर्ज करेगी। वहीं, परिवार वालों को पुलिस से उम्मीद है कि पुलिस जांच कर उन्हें इंसाफ दिलाएगी।