गोपालगंज: दुबई से दो माह बाद युवक का शव पहुंचा गांव, युवक के शव को देखने के लिए उमड़ी भीड़
गोपालगंज: दुबई से दो माह बाद युवक का शव दर्जी पट्टी गांव पहुंचा तो चीख पुकार मच गई। उसे देखने के लिए आसपास के दर्जनों गांवों के हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। चारों तरफ चीख-पुकार से सबकी आंखें नम थी।
घटना के संबंध में बताऐं कि दर्जी पट्टी गांव निवासी राम सोहिल का 37 वर्षीय बेटा उपेंद्र गुप्ता सऊदी अरब के रियाद में अल्सिफा नामक एक निजी कंपनी में सेटरिंग कारपेंटर का काम करता था। दो वर्ष पूर्व वह घर आया हुआ था। कोरोना महामारी के चलते वह गांव ही फंसा रह गया था। परिवार के जीविकोपार्जन 18 जून 2022 को घर से सऊदी जाने के लिए निकला था। दिल्ली से 21 जून को उसकी फ्लाइट हुई थी। इसी बीच सऊदी में 30 जून को उसकी तबीयत बिगड़ गई। आसपास के साथियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां 5 जुलाई मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई थी। इधर उसके साथ रह रहे सिवान के एक व्यक्ति के द्वारा मौत की सूचना दी थी। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया था। पत्नी रिंकू देवी, बेटी राधिका, माता शिव कुमारी देवी सहित परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। परिजनों ने उसके शव को लाने की कवायद की। उसके साथ आसपास का कोई भी व्यक्ति नहीं रहता था। ऐसे में कंपनी के कर्मचारी से दूरभाष पर बात की गई थी। कंपनी के मैनेजर ने पूरी प्रक्रिया पूरी करते हुए शनिवार की देर शाम को इंडिया भेज दिया। लगभग 65 दिन बाद उपेंद्र का शव गांव पहुंचा। शव पहुंचने की खबर के बाद मातमपुर्सी के लिए दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोग उसके दरवाजे पर पहुंचे। सभी की आंखें नम थी। तीन भाइयों में उपेंद्र सबसे छोटा था। आसपास के लोगों का कहना था कि वह बहुत ही मिलनसार और कमाउ व्यक्ति था।