दियारा का आतंक सोहन राय अपने 4 साथियों संग गिरफ्तार
दशको से फरार दियारा क्षेत्र के आतंक 50 वर्षीय सोहन राय को पटना पुलिस की एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के वक्त कुख्यात सोहन राय अपनी पत्नी और जफराबाद क्षेत्र से जिला परिषद् खातिर निर्वाचित रुना देवी के शपथ लेने के लिए हाजीपुर प्रशासन से डेट लेकर, प्रखंड प्रमुख की सीट पर कब्जे खातिर रणनीति बनाने के 6 गाड़ियों के काफिले जिसमे एक गाड़ी पर पूर्व विधायक राघोपुर भोला राय भी सवार थे के संग वापस अपने गाँव सर्फाबाद डीह लौट रहा था। स्कोर्पियों जिस पर “दादा” लिखा है, जिसका नंबर BR01PQ 6161 पर सवार था। स्कोर्पियो उसका भतीजा संजीत उर्फ़ दुअनिया ड्राइव कर रहा था।साथ ही गाडी में तीन अन्य जिनमे नंदू पिता रामजी राय जुरवानपुर, जगदीश और रंजीत सवार थे।
6 गाड़ियों का यह काफिला धूल उड़ाते और हरबे हथियार से लैश सोहन राय की अगुवई में कच्ची दरगाह की ओर से पीपापुल पार कर जैसे ही रुस्तमपुर पंचायत की ओर बढ़ा ही था कि पूर्व से ही घात लगाए सादी लिबास में एसटीएफ ने निरमपुर पचपैरिया लोहा पुल के बीचो बीच इनके काफिले को घेर लिया। हथियार बंद लोगो द्वारा घिर जाने पर सोहन राय के साथ रहा संजीत उर्फ़ दुअनिया ने आव देखा न ताव राइफल बोल्ट कर एसटीएफ की ओर तान दिया। तब तक एसटीएफ की टीम ने कुख्यात सोहन राय के काफिले को अपने घेरे में ले चूकी थी। खैर चारो तरफ से घिरा सोहन ने ज्यादा विरोध तो नहीं किया। पुलिस ने सोहन राय की गाडीसे तीन रेग्यूलर राइफल और 200 जिंदा कारतूस बरामद किया ही साथ ही सोहन राय के साथ गाडी में मौजूद सभी को हिरासत में ले लिया साथ ही गाडी को टो कर थाने लाया गया।
सबसे चौकाने वाली बात रही 6 गाड़ियों के इस काफिले में राघोपुर के पूर्व विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का विधायक प्रतिनिधि और लालू यादव से करीबी जुडाव वाले भोला राय का इस कुख्यात संग चलना है? दरअसल, सोहन राय राजधानी पटना से सटे दियारा इलाके में एक दशक से अपराध जगत का सिरमौर बना हुआ था, साथ ही अपने सियासी धमक और लालू परिवार से अपने तथाकथित जुड़ा का धौस जमाता हुआ कानून को लंबे समय से ठेंगा दिखा रहा है। पुलिस लगातार सोहन राय के गिरफ्तारी के लिए मुहिम चला रखी थी। गिरफ्तार राय और उसके साथियों को दीदारगंज थाना लाया गया।
वही काफिले में शामिल भोला राय समेत अन्य सियासी लोगो को छोड़ दिया गया है। पर सवाल अब भी वही एक कुख्यात अपराधी के संग लालू परिवार के एक विश्वस्त क्या कर रहे थे? क्या सियासी रुतबे की ही वजह से अब तक सोहन राय बचता आ रहा था।