गोपालगंज: अपने स्वस्थ्य जीवन की उम्मीद छोड़ चुके मजदूर को आयुष्मान योजना से मिली नयी जिंदगी
गोपालगंज: उपचार करने में अक्षम गरीब तबके के लोगों का उपचार सुनिश्चित हो सके और बीमार होने पर उपचार के दौरान लोग आर्थिक संकट के दौर से न गुजरे, इसके लिए केंद्र सरकार ने महत्वाकांक्षी और जनकल्याणकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना योजना शुरू की है। राघव राम की आयु 40 वर्ष है। वह गोपालगंज जिला के बसदिला बाजार पंचायत, ग्राम मुर्गिया टोला के रहने वाले हैं। वे बताते हैं कि वर्ष 2002 से पहले मुंबई में सिलाई का काम करते थे। सब कुछ बहुत ही अच्छा चल रहा था। महीने का तीन हजार से चार हजार रुपए प्रतिमाह कमा रहे थे। जनवरी 2002 में पैर के जांघ में दर्द हुआ । मुंबई के फेमस हॉस्पिटल, शर्मा आनंद हॉस्पिटल कल्याण उल्हासनगर-5 मुंबई में चार से छ: माह इलाज करवाए लेकिन ज्यादा सुधार नहीं हुआ। बेहतर इलाज के लिए परिवार के लोग के.एम. हॉस्पिटल मुंबई में लेकर गए। वहां काफी भीड़ होती है। एक माह पहले नंबर लगाना पड़ता है। तब जाकर नम्बर आता है और डॉक्टर का फीस 3500 रुपया था। वहां भी दिखाया लेकिन जांघ का दर्द ठीक नहीं हुआ था। राघव राम बेहतर इलाज के लिए मुंबई से बिहार आ गए। राघव राम को परिवार के लोग सिवान के डॉक्टर से दिखाए । डॉक्टर ने गठिया बताया अत्यय और इलाज भी किया । लेकिन उनके स्वास्थ्य में किसी भी तरह का सुधार नहीं हुआ था। कई जगह इलाज कराने के बाद दोनों पैरों का दर्द ठीक नहीं हुआ तो अंत में पटना के डॉक्टर के पास दिखाया । वहां 20 हजार रुपए से ज्यादा की जांच करवायी गई थी । डॉक्टर ने रिपोर्ट देखने के बाद बताया कि आपके दोनों पैरों का कूल्हा बिल्कुल ही खराब हो गया है। बिना आपरेशन का ठीक नहीं होगा। आपके दोनों पैरों के जांघ का ऑपरेशन करना होगा। आपके एक पैर के जांघ का ऑपरेशन का खर्च तीन लाख पचास हजार रुपया लगेगा। दोनों पैरों के जांघ का आपरेशन का खर्च सात लाख रुपया लगेगा।
नाउम्मीद में उम्मीद बना आयुष्मान योजना: राघव राम बताते हैं कि पैर के जांघ का दर्द काफी बढ़ गया था और मेरा शरीर झुक गया था। मैं झुक कर चलता था। मै बिल्कुल ही मायूस हो गया था। जिंदगी से उम्मीद छोड़ चुका था। क्योंकि दोनों पैरों के जांघ का आपरेशन करवाने के लिए मेरे पास सात लाख रुपया नहीं था। मेरे रिश्तेदार के माध्यम से मेरे परिवार के सदस्यों को “आयुष्मान भारत योजना” के बारे में जानकारी मिली थी कि एक साल में पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में किया जाता है। मेरे परिवार के सदस्यों को मेरी नई जिंदगी की किरण नजर आयी ।मेरे परिवार के सदस्यों ने आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत सूचीबद्ध गोरखपुर लाइफ केयर हॉस्पिटल के बारे में पता किया । डॉक्टर यशवर्धन जयसवाल से मिले रिपोर्ट दिखाए। चेकअप करने के बाद डॉक्टर यशवर्धन जयसवाल ने 23 अप्रैल 2022 को इनके दाहिने पैर के जांघ का ऑपरेशन किया।
एक वर्ष बाद होगा दूसरे पैर का ऑपरेशन: इनके दूसरे पैर के जांघ के ऑपरेशन करवाने की सलाह एक वर्ष बाद का है। वर्तमान समय में उनके स्वास्थ्य में पहले की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। राघव राम हेंडस्टैंन के माध्यम से दो चार कदम चल लेते हैं। पहले से काफी ठीक हैं ।
मुझे दूसरी जिंदगी मिली: वो कहते हैं कि मैंने अपनी जिंदगी के 20 वर्ष इलाज करवाने में ही बीता दिए। इलाज करवाने में मेरा बहुत ही ज्यादा रुपया खर्च हो गया है। “आयुष्मान भारत योजना” की वजह से मुझे दूसरी जिंदगी मिली है।मैं मै अपनी जिंदगी से उम्मीद छोड़ चुका था। लेकिन आयुष्मान योजना से मुझे नई जिंदगी मिल गयी।