गोपालगंज

गोपालगंज: प्राइवेट अस्पताल की बड़ी लापरवाही, प्रसूता की बिगड़ी हालत, डॉक्टर क्लिनिक छोड़ फ़रार

गोपालगंज के बैकुंठपुर के दिघवा दुबौली ब्लॉक मोड़ के पास स्थित एक प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही से प्रसूता की हालत बिगड़ गई। जीवन और मौत से जूझ रही प्रसूता का इलाज फिलहाल मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जहाँ उसकी हालात बेहद गंभीर बताई जा रही है।

बताया जाता है कि करीब दस दिन पूर्व रेवतीथ गढ़ गांव निवासी राकेश राउत की पत्नी ललीता देवी को प्रसव पीड़ा हुआ। उसके बाद परिजनों द्वारा पीड़िता को दिघवा दुबौली के ब्लॉक मोड़ के पास स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराए। जहाँ डॉक्टरों ने पीड़ित महिला का ऑपरेशन करने की बात कही। लेकिन परिजन ऑपरेशन के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन वहां डॉक्टर रंजन कुमार के समझाने के बाद परिजन राजी हुए और ऑपरेशन के बाद महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। लेकिन एक सप्ताह बाद महिला के परिजन उसे लेकर पुनः अस्पताल लेकर पहुंचे जहां के कर्मियों द्वारा ऑपरेशन किये गए जगह से ही टांका को काट दिया जिससे उसकी स्थिति बिगड़ने लगी। स्थिति बिगड़ते देख सभी कर्मी और डॉक्टर क्लिनिक छोड़ कर फ़रार हो गए। परिजनों द्वारा दूसरे क्लिनिक में भर्ती कराया गया जहां से डॉक्टरों ने स्थिति को नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए महिला को मोतिहारी रेफर कर दिया। जहां पीड़िता जिंदगी और मौत से जूझ रही है।

पीड़िता के पति मुकेश राउत ने बताया कि घर की माली हालत ठीक नहीं है। अबतक महिला के इलाज में कर्ज लेकर लाखों रुपये खर्च किये जा चुके हैं। अभी भी पीड़िता की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।

इस सम्बंध में पूछे जाने सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पीड़िता के परिजनों द्वारा शिकायत मिलने पर मामले की गम्भीरता पूर्वक जांच की जाएगी। प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकों की डिग्री वैध है या नहीं उसकी भी जांच होगी। जांच में दोषी पाए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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