गोपालगंज: अधिवक्ता हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने से आक्रोशित लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र के कुचायकोट गांव निवासी अधिवक्ता राजेश पांडे हत्याकांड में अब तक पुलिस द्वारा कोई गिरफ्तारी नही किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार की शाम कुचायकोट बाजार में कैंडल मार्च निकाला। मार्च साईं मंदिर से शुरू होकर मेन रोड होते हुए अस्पताल मोड़ तक पहुंचा और वहां से फिर कुचायकोट थाना के पास गांधी जी की प्रतिमा केसमाप्त हुआ।इसके बाद ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी प्रभारी थानाध्यक्ष को सौपा।
विदित हो कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के कुचायकोट गांव निवासी अधिवक्ता राजेश पांडे का 7 दिसंबर की सुबह करीब 10:00 बजे कोर्ट जाने के क्रम में एनएच 27 पर पोखरभिंडा गांव के पास बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजेश पांडे अपने एक अन्य अधिवक्ता मित्र के साथ बाइक से कोट जा रहे थे। घटना के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं ने गोपालगंज में विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद पुलिस ने 2 से 3 दिनों में अपराधियों के गिरफ्तारी कर लेने का दावा किया था। गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में कई बार बार एसोसिएशन ने वरीय पदाधिकारियों से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई और अपराधियों के जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की पर 23 दिन का समय बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस ने इस मामले में किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं की है। अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से अधिवक्ता के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। जिसके बाद शुक्रवार को ग्रामीणों ने कुचायकोट प्रखंड मुख्यालय पर कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च के समाप्ति पर परिजनों ने एक ज्ञापन भी प्रभारी थानाध्यक्ष विकास कुमार को सौंपा। जिसमें हत्याकांड में शामिल अपराधियों के अविलंब गिरफ्तारी की मांग की गई है।
ग्रामीणों का यह भी कहना था कि अगर अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो ग्रामीण इसको लेकर अब बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
कैंडल मार्च में प्रमुख रूप से ऋषिकेश पांडे, प्रवीन पांडे, रामजी पासवान, उपेंद्र शाह, गुड्डू कुशवाहा, अशोक प्रसाद, सुनील पाठक, प्रकाश कुमार गुड्डू, मदन मोहन प्रसाद, जयचंद प्रसाद, बबलू सिंह, राजकुमार सोनी, सहित तमाम लोग शामिल रहे।