गोपालगंज: झिझक की बेड़ी को तोड़कर टीककारण केंद्र पहुंचे लाभार्थी, उत्साह के साथ लिया सुरक्षा कवच
गोपालगंज: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। दिन-प्रतिदिन टीकाकरण अभियान की अलग-अलग तस्वीर नजर आ रही है। एक समय था जब लोग टीकाकरण कराने से कतराते थे। लेकिन स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की मेहनत रंग लायी। आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जागरूकता से अब तस्वीर बदलने लगी है। अब टीकाकरण के प्रति फैली भ्रांतियां दूर हो चुकी है। टीकाकरण के प्रति लोगों में काफी जागरूकता बढ़ी है। इसी कड़ी में गुरूवार को जिले में वैक्सीनेशन महा अभियान आयोजित किया गया। जिसमें झिझक और भ्रांतियों की बेड़ी बको तोड़कर प्रत्येक लाभार्थी कोविड टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे। बुजुर्ग, महिला-पुरूष, युवक-युवतियों ने अपना टीकाकरण कराकर कोरोना के खिलाफ जारी जंग को मजबूत करने में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित किया। जिले में महा अभियान के दौरान अधिक से अधिक लाभार्थियों को टीका देने का सफल प्रयास किया गया। इसको लेकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पूरे निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों पर डटे रहे।
सर्वे के आधार पर हुई लाभार्थियों की पहचान: सीएस डॉ योगेंद्र महतो ने बताया कि टीकाकरण से वंचित लोगों की जानकारी के लिए जिले की आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया गया था। अभी दीपावली व छठ महापर्व के कारण बाहर से भी बहुत से लोग अपने घर वापस लौट रहे हैं। इसे देखते हुए विशेष टीकाकरण महाअभियान में ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया।
राज्य और जिलास्तर पर हुई अभियान की मॉनिटरिंग: कोविड टीकाकरण महा-अभियान की मॉनिटरिंग राज्य एवं जिलास्तर पर की गयी। जिलास्तर पर डीएम और सिविल सर्जन के द्वारा अनुश्रवण किया गया। इसके साथ हीं जिलास्तरीय पदाधिकारियों को प्रखंड आवंटित कर अनुश्रवण की जिम्मेदारी दी गयी थी। राज्य सरकार व स्वास्थ्य के निर्देश लोगों को कोरोना संक्रमण की संभावित लहर से बचाने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाए गए। उसके बावजूद भी किन्ही कारणों से जिले की एक बड़ी आबादी टीका लेने से वंचित रह गयी है। ऐसे में जब पूरा तंत्र लोगों के लिए दिन रात काम कर रहा है, तो लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की भूमिका रही अहम: कोविड टीकाकरण अभियान में सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की भूमिका काफी अहम रही। अभियान की मॉनिटरिंग, टीकाकरण केंद्रों पर प्रबंधन, लोगों को जागरूक करने में केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ तथा यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने सहयोग किया। महा-अभियान के दौरान समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया गया।