गोपालगंज में गंडक के पानी का उतार चढ़ाव है जारी, निचले इलाके में भरा हुआ है गंडक का पानी
गोपालगंज में गंडक के पानी का उतार चढ़ाव जारी है। जिससे गोपालगंज में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। सदर प्रखंड के अलावा मांझागढ़, बैकुंठपुर, बरौली, सिधवलिया और कुचायकोट के निचले इलाके में गंडक का पानी भरा हुआ है। बाढ़ और लगातार बारिश से ग्रामीणों की परेशानी कम नहीं हो रही है।
मांझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत के विशुनपुरा गांव में बाढ़ से भीषण तबाही है। इस गांव के सैकड़ों घर और झोपड़िया पिछले कई दिनों से बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। झोपड़िया टूटकर बिखर गई हैं। बाढ़ पीड़ित पक्के के छत पर या ऊंचे जगहों पर शरण लिए हुए हैं। जिनकी झोपड़िया बिखर गयी है। जिनके पास सिर ढकने के लिए छत नहीं है। वे किसी तरह जैसे तैसे दिन काट रहे हैं। यहाँ हर तरफ पानी मे सब कुछ डूबा हुआ है। टूटी झोपड़ियों पर बच्चे खड़े हैं। जो बुजुर्ग हैं अपने परिवार के सदस्यों को ऊंचे जगहों पर भेजकर खुद किसी तरह इधर उधर जुगाड़ कर खाना बना कर अपना पेट भर रहे हैं।
बुजुर्ग किसान रामाश्रय सहनी के मुताबिक उनके घर की झोपड़ी, सामान, चारपाई सब कुछ पानी में डूब हुआ है। बांस के चचरे पर सामान रखा हुआ है। वे कई दिनों से बाढ़ से बेहाल है। बाढ़ पीड़ित किसान रामाश्रय सहनी के मुताबिक उनके इस गांव में कोई भी वार्ड पार्षद या मुखिया या कोई भी जनप्रतिनिधि हालचाल जानने नहीं आया। मुश्किल से एक एक दिन काट रहे हैं।
बिशनपुरा गांव की गुलाबी देवी के मुताबिक उनकी घर, झोपड़ियां सब पानी में डूब गए हैं। खाने का अनाज, सामान सबकुछ पानी से बर्बाद हो गया है। लेकिन उन्हें अभी तक जिला प्रशासन या सरकार के द्वारा कोई भी राहत सामग्री नहीं मिली है। उनकी परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। और गंडक का पानी लगातार तबाही मचा रहा है।