गोपालगंज

गोपालगंज: क्षेत्र भ्रमण कर फैमिली फोल्डर बनाएंगी आशा कार्यकर्ता, कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण

गोपालगंज में गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आशा कार्यकर्ताओं को फैमिली फोल्डर तथासी-बैक फॉर्मेट भरने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम में सभी आशा कार्यकर्ताओं को फैमिली फोल्डर बनाने के बारे में जानकारी दी गई। केयर इंडिया के प्रशिक्षक के द्वारा ट्रेनिंग प्रशिक्षण दिया गया।

सिविल सर्जन डॉक्टर योगेंद्र महतो के निर्देशानुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर आशाओं को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर क्षेत्र के सभी लोगों का सर्वेक्षण किया जाना है। सभी परिवारों के लिए फेमिली हेल्थ फोल्डर विकसित किया जाएगा, जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी स्त्री-पुरुष का सीबैक (कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट) फार्म के जरिए गैर संचारी रोगों हेतु रिस्क असेसमेंट किया जाएगा।

गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में संचारी एवं गैर संचारी रोग के बारे में जानकारी, पहचान करना, उसे अपने नजदीकी शहरी प्राथमिकता स्वास्थ्य केन्द्र पर सभी आवश्यक जाँच कराना तथा जाँच के पश्चात अगर पोषक क्षेत्र में गैर संचारी रोग मिलते हैं तो उससे संबंधित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र , हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर गैर संचारी रोग ग्रसित मरीज को दवा तथा समय-समय पर आवश्यक जाँच कराया जाना है। एक सीबैक फार्म भरे जाने पर आशा को 10 रुपया प्रोत्साहन राशि देय होगा। गैर संचारी रोगियों को प्रत्येक छः माह पर फालोअप स्वास्थ्य जाँच कराने हेतु 50 रुपया प्रोत्साहन राशि शहरी आशा कार्यकर्ता को देय है।

डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को चिन्हित करके उनका डाटा जुटाएंगी । इस जानकारी को अपडेट करने के लिए एक फार्मेट तैयार किया गया है। जिसको सीबैक फार्म के नाम से जाना जाता है। आशा कार्यकर्ता गैर संचारी रोग के मरीजों की पूरी जानकारी सीबैक फार्म के माध्यम से भर कर उसको अपनी एएनएम के पास जमा करेंगी। एएनएम और सीएचओ उसको अपने टैबलेट में अपलोड करेंगे। उसके बाद मरीज का उपचार किया जाएगा। हेल्थ एंड वेलनेस सेटरों पर इलाज कराने वाले मरीज की यदि हालत अचानक बिगड़ती है तो वहां तैनात चिकित्सक उस मरीज को सदर असपताल रेफर करेंगे। सभी मरीजों का उपचार शुल्क किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected By Awaaz Times !!