गोपालगंज: गंडक का जलस्तर घटने के बावजूद लोगो की परेशानी बरकरार, घरों को तोड़ने को मजबूर
गोपालगंज में गंडक का जलस्तर जरूर कम हुआ है। लेकिन लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। यहां पर गंडक के कटाव की वजह से कई लोग अपने घरों को तोड़ने के लिए मजबूर हैं। सदर प्रखंड के जगरी टोला पंचायत के वार्ड नंबर 4 में बाबू जान अंसारी अपने घर को तोड़ रहे हैं। यह दो मंजिला आलीशान मकान है। जिसे 4 या 5 साल पहले बनाया गया था। लाखों रुपए खर्च कर इस मकान का निर्माण कराया गया। परिवार के सदस्य खाड़ी देशों में काम करते थे। थोड़ी आमदनी हुई तो झोपड़ी से घर बनवा दिया। लेकिन गंडक में आई बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया है।
इस गांव के लोग पिछले 10 दिनों से गंडक नदी में घिरे हुए थे। बाढ़ में यहां पर लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। यहां न बिजली है न पीने का पानी। लिहाजा अब बाबूजान अंसारी के परिवार के लोग इस घर को तोड़ रहे हैं। तिनका तिनका और एक एक ईंट जोड़कर बनाया गया यह घर अब टूट रहा है। घर का एक एक ईंट बाहर निकाला जा रहा है। ताकि वह कहीं और अपना घर बना सके। इस घर के लोग ऊंचे स्थान पर चले जाएंगे। लेकिन कहां जाएंगे। कहां रहेंगे। अब इसका ठिकाना उन्हें भी नहीं है।
वार्ड नंबर 4 के बाबू जान अंसारी के अलावा भी कई लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया है। वे बाढ़ के आने से पहले ही यहां से पलायन कर गए।
ग्रामीणों के मुताबिक उनका गांव अब गंडक नदी के बहुत करीब आ गया है। जिससे यहां पर हर साल बाढ़ की तबाही झेलनी पड़ती है। लिहाजा अब यहां से चला जाना ही बेहतर है।