गोपालगंज: लॉकडाउन के दौरान मास्क बनाना जीविका दीदियों के लिए बना बेहतर आमदनी का श्रोत
गोपालगंज: कोरोना संक्रमण के दौर में लॉकडाउन के दौरान जहा आम लोगों की आमदनी घटी है। इस सबके बीच जीविका दीदिया सरकार के एक फैसले से आर्थिक स्वावलंबन की तरफ हैं। जीविका दीदियों के द्वारा बनाए गए मास्क से उन्हें बेहतर आमदनी होती है। उनके परिवार का खर्च भी अच्छे से चल जा रहा है। इसके साथ ही जीविका दीदियों के पास पैसे भी बच रहे हैं।
बिहार सरकार के फैसले के बाद गोपालगंज में भी जीविका दीदियों को मास्क बनाने का जिम्मा दिया गया है। बनाये गए इस मास्क को जिले के सभी पंचायतों में वितरण किया जाता है। पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा मास्क के बदले में जीविका दीदियों को भुगतान किया जाता है और इस भुगतान से जीविका दीदियां अपने परिवार का खर्च चला रही हैं।
बरौली के बीडीओ विनोद कुमार ने बताया कि अकेले बरौली प्रखंड में 80 हजार से ज्यादा मास्क जीविका दीदियों के समूह के द्वारा तैयार किया गया है। बरौली में चार जीविका दीदियां का समूह काम करता है। इस समूह के द्वारा बनाए गए मास्क की क्वालिटी अच्छी है। और पंचायतों में इसकी ज्यादा डिमांड है। उन्होंने कहा कि अच्छे क्वालिटी का मास्क बनाने से जीविका दीदियों के परिवार का खर्च चल रहा है। और उनकी आमदनी भी बढ़ी है।
बरौली के आलापुर गांव में जीविका दीदी उमरावती देवी के मुताबिक उनके समूह में 20 महिलाएं काम करती हैं। वे दिन-रात मेहनत कर प्रतिदिन 700 से 800 मास्क तैयार करती हैं। उनके द्वारा करीब 18 हजार मास्क तैयार किया गया है। उन्हें प्रति मास्क 4 रुपये की दर से आमदनी होती है। इस पैसे से अब उनके परिवार की स्थिति बेहतर हुई है। कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन से पति का काम ठप्प हो गया था। लेकिन जीविका समूह से जुड़ने से वे आर्थिक स्वावलंबन की तरफ बढ़ रही हैं।