गोपालगंज: बैकुंठपुर सीओ राकेश कुमार दूबे की सड़क दुर्घटना में हुई मौत, इलाके में शोक की लहर
गोपालगंज: बैकुंठपुर अंचल कार्यालय में पदस्थापित अंचल पदाधिकारी राकेश कुमार दुबे की मौत शुक्रवार की देर रात समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाने के गंगापुर के निकट एनएच-27 पर सड़क हादसे में हो गई। घटना की सूचना शनिवार की सुबह जैसे ही बैकुंठपुर वासियों को मिली। पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
बताया गया कि सीओ राकेश कुमार दुबे अपनी मां की तबीयत खराब होने की वजह से पिछले सप्ताह छुट्टी लेकर भागलपुर जिले के पीरपैंती बाजार स्थित अपने घर गए थे। शुक्रवार को छुट्टी संपन्न होने के बाद वे शनिवार को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए रात में ही घर से चल दिए। जैसे ही वे समस्तीपुर के गंगापुर के समीप पहुंचे। अनियंत्रित ट्रक ने उनकी स्कॉर्पियो में जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में अंचलाधिकारी के साथ स्कॉर्पियो पर बैठे दो अन्य लोग घायल हो गए। जबकि सीओ राकेश कुमार दुबे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
बता दे की बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राकेश कुमार दुबे की पहली पोस्टिंग बैकुंठपुर अंचल में हुई थी। पिछले वर्ष बाढ़ के दौरान 31 जुलाई को वे यहां पदभार ग्रहण किए थे। महज 6 महीने के कार्यकाल में ही उन्होंने बैकुंठपुर अंचल कार्यालय की लचर व्यवस्था को दुरुस्त किया था। राज्य के 534 जिलों में से 520 वें रेंक पर रहे बैकुंठपुर अंचल कार्यालय को उन्होंने 36 वें रैंक पर लाया था। अपनी परिश्रम के बदौलत वे ठीक दो महीने बाद बैकुंठपुर अंचल कार्यालय को पूरे बिहार में तीसरे नंबर पर ला दिए।
बैकुंठपुर अंचल कार्यालय में पदस्थापित रह चुके सीओ राकेश कुमार दुबे सबके साथ प्रेम और स्नेह की का व्यवहार अपनाते थे। जनप्रतिनिधियों से लेकर आम जनता तक से 24 घंटे में किसी भी समय मिलने से परहेज नहीं रखते थे। कार्यालय के स्टाफ भी उन्हें सम्मान की निगाह से देखते थे। अविवाहित राकेश कुमार दुबे को अपनी बूढ़ी मां से काफी लगाव था। मां की तबीयत खराब होने की सूचना पर वह छुट्टी लेकर घर गए थे। उनके पिता रामस्वरूप दुबे प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सड़क हादसे में मौत की सूचना जैसे ही बैकुंठपुर अंचल कार्यालय में मिली सभी अधिकारी व कर्मचारी शोकाकुल हो गए। शनिवार को सभी कार्यालय बंद कर दिया गया।