गोपालगंज: पैक्स अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ने वर्तमान अध्यक्ष के नामांकन रद्द करने का डीएम से किया मांग
गोपालगंज में पैक्स चुनाव का नामांकन संपन्न हो गया है। अब जिला प्रशासन पैक्स चुनाव के मतदान कराने को लेकर प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी है। वही कुचायकोट प्रखंड के बडहडा पैक्स अध्यक्ष के लिए राजनितिक रस्साकसी शुरू हो गयी है। यहाँ पैक्स अध्यक्ष के चुनाव में सिर्फ दो ही उम्मीदवार है। यह पैक्स अध्यक्ष का चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योकि यहाँ वर्तमान में पैक्स अध्यक्ष महेश राय है। महेश राय गोपालगंज जिला सहकारिता बैंक के कई वर्षो से निदेशक है। महेश राय बिस्कोमान पटना के भी अध्यक्ष है। इसके अलावा वे कृभको नयी दिल्ली के भी अध्यक्ष है।
बडहडा पैक्स अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजेश पासवान ने कुचायकोट बीडीओ और डीएम को पत्र लिखकर महेश राय का नामांकन रद्द करने और उनके घर के बगल में बने मतदान केंद्र को बदलने की मांग की है। पैक्स प्रत्याशी राजेश पासवान के मुताबिक वर्तमान पैक्स अध्यक्ष महेश राय के ऊपर पूर्व में लाखो रूपये के गबन का आरोप है। इसके साथ ही उनके घर में बगल में बने प्राइमरी स्कूल में मतदान केंद्र को बदलने की मांग की है। प्रत्याशी राजेश पासवान के मुताबिक पैक्स चुनाव नियमावली के तहत गबन के आरोपी या जिसके ऊपर पैक्स का एक भी पैसा बकाया है। वे चुनाव नहीं लड़ सकते है। उनका नामांकन रद्द हो जायेगा। इसके साथ पैक्स अध्यक्ष या प्रत्याशी के घर के सौ मीटर के दायरे में मतदान केंद्र भी नहीं बनाया जा सकता है। लेकिन कुचायकोट बीडीओ के द्वारा नियमो को ताक पर रखकर गबन के मामले होने के बाद भी उनका नामांकन रद्द नहीं किया गया। जबकि वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के घर पास में बने मतदान केंद्र को भी नहीं बदला गया है। जिसकी वजह से यहाँ मतदान प्रभावित होगा और दबंगों के डर की वजह से यहाँ लोग मतदान करने से डरेंगे।
हालाकि कुचायकोट के बीडीओ वैभव शुक्ला ने कहा की उनके पास भी नामांकन रद्द करने और मतदान केंद्र बदलने का आवेदन दिया गया था। जिसके आलोक में घर के बगल में बने मतदान केंद्र को बदल दिया गया है। अब घर से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर प्राइमरी स्कूल गोपालपुर में मतदान केंद्र बनाया गया है। वही बीडीओ ने कहा की गबन के मामले में आरोप साबित नहीं हुआ है। पटना हाई कोर्ट के 2014 के आदेश के आलोक में उनका नामांकन रद्द नहीं किया गया है। बीडीओ वैभव शुक्ला ने किसी भी तरह के नियमो का उल्लंघन नहीं करने की बात कही है।