गोपालगंज: अदमापुर पंचायत में बना उप स्वास्थ्य केन्द्र इन दिनों अपनी बदहाली पर बहा रहा है आंसू
गोपालगंज: कोरोना काल में जब सूबे के स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद चल रही हो। तब गोपालगंज के इस स्वास्थ्य उपकेन्द्र की बदहाली देखकर गोपालगंज के बिगड़ते स्वास्थ्य व्यवस्था का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। गोपालगंज के इन स्वास्थ्य केन्द्रों का हालत तब ऐसी है जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय गोपालगंज के प्रभारी मंत्री भी है।
जी हां हम बात कर रहे है मांझागढ़ प्रखंड के अदमापुर पंचायत में बने स्वास्थ्य उपकेन्द्र का। जहा लाखो रूपये खर्च कर हेल्थ सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए हेल्थ सेण्टर बनाया गया। यहाँ लाखो रूपये के फर्नीचर लगाये गए, बेड और मशीने भी लगायी गयी। मरीजो को देखने के लिए टेबल बेंच के अलावा बेड लगाये गए। लेकिन यह सबकुछ खँडहर में तब्दील हो गया है। यहाँ लगाये गए बेड, टेबल, कुर्सी सब कुछ कबाड़े में तब्दील हो गया है। यहाँ हेल्थ सेंटर के दरवाजे निकाल लिए गए है। भवन परिसर में झाड़ियाँ उग गयी है। सांप बिच्छू के निकलें का डर बना हुआ है। इस भगवानपुर पिठौरी हेल्थ सेण्टर का स्थानीय लोगो के द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया है। यहाँ टेंट का सामान रखा हुआ है। कुछ लोगो ने झोपडी भी बना कर अपना आशियाना भी बना लिया है।
भगवानपुर गाँव के रहने वाले फैजान अली का कहना है की वे बचपन से इस स्वास्थ्य उप केंद्र को देखते आ रहे है। यहाँ कभी भी किसी मरीज का इलाज नहीं हुआ। सिर्फ दिखावे के लिए इस हेल्थ सेण्टर का निर्माण किया गया है।
स्थानीय बुजुर्ग किसान के मुताबिक 20 साल पहले इसका निर्माण कराया गया था। त्याब शुरुवात के कुछ साल यहाँ दवाईया उपलब्ध करायी गयी। डॉ भी यहाँ बैठते थे। लेकिन 06 साल से यह बंद पड़ा है। सिर्फ 15 अगस्त और 26 जनवरी एक दिन के दिन यहाँ डॉ और कर्मी आते है और झंडोतोलन करके वापस लौट जाते है।
इस मामले में जब डीएम अरशद अजीज से बात की गयी तो उन्होंने चिकित्सको की कमी की बात कही। डीएम ने कहा की यहाँ एएनएम को ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया है। सीएस से बात करके अतिक्रमण सम्बन्धी जानकारी लेंगे और इस हेल्थ सेण्टर को दोबारा चालू करने का निर्देश दिया जायेगा।