गोपालगंज के चर्चित खजुर्बानी शराब कांड मामले में डीजीपी ने 21 पुलिसकर्मियों को किया बर्खास्त
गोपालगंज के चर्चित खजुर्बानी शराब कांड मामले में जांच के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने चार साल पहले हुई इस घटना में दोषी पाए गए 21 पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। जहरीली शराब से मौत के मामले में बिहार पुलिस ने अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। नगर थाना क्षेत्र के खजुर्बानी में वर्ष 16 अगस्त 2016 को जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की जान चली गई थी।
गौरतलब है की बिहार में शराबबंदी के बाद यह जहरीली शराब से हुई मौत का पहला मामला था। सरकार ने इसे काफी गंभीरता से लिया था। घटना के तुरंत बाद ही टाउन थाना के सभी पुलिस अफसर और जवान पर कार्रवाई की गई थी। उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर गई। एसपी, डीआईजी और आईजी के बाद इस मामले की फाइल डीजीपी के पास पहुंची। मामले की गंभीरता और पुलिसकर्मियों की कर्तव्य के प्रति लापरवाही को देखते हुए डीजीपी ने उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का आदेश दिया है। बर्खास्त किए गए पुलिसकर्मी उस वक्त टाउन थाना में तैनात थे।
सारण डीआईजी विजय कुमार वर्मा ने बताया कि वर्ष 2016 में टाउन थाना क्षेत्र के खजुर्बानी में जहरीली शराब पीने की वजह से 16 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले को पुलिस मुख्यालय ने काफी गंभीरता से लिया था। इसकी जांच भी चल रही थी। जांच के क्रम में 21 पुलिस पदाधिकारी और जवान अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पाए गए। यही कारण है कि पुलिस मुख्यालय के द्वारा इन्हें बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है। इनमें कई ऐसे पुलिस पदाधिकारी और जवान हैं जो फिलहाल दूसरे जिले में पदस्थापित हैं। इनमें 3 दारोगा, 5 जमादार और 13 सिपाही शामिल हैं। ये विभन्न जिलों में तैनात हैं। बिहार के सभी जिले के एसपी को इसकी सूचना दे दी गई है।