पीएम मोदी ने की StandUp India की शुरुआत
आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने StandUp India योजना की शुरुआत की। StandUp India योजना का मकसद अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा महिलाओं को 10 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये के बीच कर्ज देकर इन वर्ग के लोगों को उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। इस मौके पर उन्होंने इस योजना के तहत कुछ लोगों को चेक भी दिए।
इससे पहले पीएम मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर ई-रिक्शा के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने ई-रिक्शा पाने वालों से चाय पर चर्चा भी की। पीएम ने इस दौरान अपने चिर परिचित अंदाज में रिक्शावालों से पूछा कि क्या आप मेरा एक काम करेंगे? आप अपने बच्चों को पढाएंगे? मैं आपसे आपके बच्चों की पढ़ाई की भीख मांगता हूं।
यहां एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि ई-रिक्शा से ग्लोबल वार्मिंग में भी मदद मिलेगी। प्रदूषण में भी मदद मिलेगी और तेल का खर्चा भी बचेगा। उन्होंने विजय माल्या का नाम लिए बगैर कहा कि गरीब तो बैंक में पैसा जमा करते हैं, लेकिन अमीर बैंक का पैसा लेकर भागने की फिराक में रहते हैं।
मोदी ने मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि बैंक के दरवाज़े पहले गरीब लोगों के लिए बंद थे। लेकिन हमने मुद्रा योजना के तहत बिना किसी गारंटी के इन सभी लोगों को बैंक से लोन दिलाने का काम किया। दलित परिवारों और आदिवासी परिवारों के लिए भी योजनाएं बनाई हैं। उसके लिए एक करोड़ रुपए की राशि बैंक ब्रांच को देगी। ऐसा देश के हर राज्य में होगा, ताकि देश का हर हिस्सा आगे बढ़े। मुद्रा योजना का अब तक सवा तीन करोड़ लोग लाभ ले चुके हैं।
नोएडा के सेक्टर-62 में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली, उप्र के राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया सहित कई लोग मौजूद थे।