गोपालगंज: लॉक डाउन में फंसे 4 मजदूरों ने दिखाई समझदारी, विषम परिस्थिति में भी है खुशहाल
गोपालगंज में आज रविवार को कोरोना के 9 नए मामले सामने आये है. 9 पॉजिटिव केस आने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा सम्बंधित सभी गांवो को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके साथ ही सभी कोरोना मरीजो का ट्रेवल हिस्ट्री भी खंगाला जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक गोपालगंज सदर प्रखंड के काकडकुंड गांव में 19 वर्षीय युवक में कोरोना का पॉजिटिव केस मिला है. जबकि भोरे के जगतारी गांव से 45 वर्षीय एक व्यक्ति और 60 वर्षीय एक वृद्ध महिला, पंचदेवरी के मंझवालिया गांव से 50 वर्षीय महिला, फुलवरिया में हरिहरा गाँव से 50 और 60 वर्षीय दो बुजुर्ग महिला और बैकुंठपुर के खजुलपुर से एक 65 वर्षीय वृद्ध व्यकि का पॉज़िटिव केस मिला है. सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजो को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. लेकिन एक्टिव केस आने के बाद सभी मरीजो के परिजनों को भी क्वारंटाइन सेंटर में लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
सदर प्रखंड के काकडकुंड गाँव और उसके आसपास के सभी तीन किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया है. इसके अलावा सभी प्रभावित प्रखंडो के सभी गांवो को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. जिले आला पदाधिकारी प्रभावित गांवो में जाकर स्थिति का जायजा ले रहे है और लोगो को लॉक डाउन का सख्ती से पालन करने की अपील कर रहे है.
बता दे की जिले में अबतक 12 सौ से ज्यादा लोगो को क्वारंटाइन में रखा गया है. जो दूसरे राज्यों से बिहार की सीमा में प्रवेश कर रहे है.
गोपालगंज के जिन मरीजो में कोरोना के लक्षण मिले है. उन मरीजो में एक युवक ने शहर के बड़े डॉक्टर के यहाँ भी अपने सर्दी खांसी और बुखार का इलाज करा रहा था. उसका सैंपल और अन्य लोगो का सैंपल 23 अप्रैल को पटना भेजा गया था. इसके आलावा भोरे की जिस महिला में कोरोना के पॉजिटिव मामले आये है. वह भी निजी चिकित्सक के यहाँ अपने घुटने का इलाज कराने के लिए कई दिनों से लगातार जा रही थी.
इस 9 मामले में एक मधुबनी और एक दरभंगा का भी मरीज शामिल है. जो दूसरे राज्य से यहाँ पहुचे थे. जिन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखकर उनका सैंपल पटना भेजा गया था.