गोपालगंज में हथुआ, मीरगंज और उचकागांव के सभी सरकारी दफ्तरों को किया गया सेनेटाइज
गोपालगंज: कोरोना वायरस को लेकर स्थानीय हथुआ अनुमण्डल के सभी प्रखण्डों व पंचायतों को सूक्ष्म बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। पहले मीरगंज नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले 16 वार्डों को विगत एक सप्ताह में सेनेटाइज कर दिया गया। इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।
मीरगंज नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल ने बताया कि मीरगंज नगर पंचायत कार्यालय को सबसे पहले सेनेटाइज किया गया। इसके बाद उचकागांव प्रखण्ड मुख्यालय में अवस्थित तमाम दफ्तरों को किया गया। इसके बाद हथुआ प्रखण्ड के कार्यालयों को ब्लीचिंग पाउडर और सोडियम हाइपोक्लोराइड का घोल बनाकर इससे सेनेटाइज किया गया। इसके पूर्व उचकागांव प्रखण्ड के साखे पंचायत में कोरोना के संदिग्ध मिलने पर पूरे गांव को सेनेटाइज किया गया। इन्होंने यह भी बताया कि जिन इलाकों में कोरोना के संदिग्ध पाये जाएंगे उन इलाकों को एसडीएम के आदेश पर सेनेटाइज किया जाएगा।
इधर ग्राम पंचायतों में भी मुखिया द्वारा पंचम वित्त आयोग योजना की राशि निकालकर लोगों को मास्क, साबुन सहित अन्य बचाव सम्बंधित किट उपलब्ध करवाया जा रहा है। वैसे कई पंचायतों में सब्जी पर लगने वाले कीटाणुओं को मारने के लिए छिड़काव किये जाने वाले कीटनाशक दवाइयों से छिड़काव कर वाह वही लूटी जा रही है। जो मानव के लिए घातक है। इससे कई पालतू मवेशियों को बीमार पड़ने की आशंका बढ़ गई है।
वहीं ब्लीचिंग पाउडर की मांग बढ़ने पर बाजार में ब्लीचिंग पाउडर सौ से एक सौ बीस रुपया किलो बिकने लगा है। जिसकी भनक शायद प्रशासन को अबतक नहीं लगी हो। हथुआ के कई पंचायतों में छिड़काव ब्लीचिंग पाउडर नहीं मिलने से बाधित हो रहा है। हथुआ के कई पंचायतों में राशि निकासी के बाद भी लोगों में बचाव सामग्री का वितरण अबतक नहीं किया गया है। राशि गबन करने का भी खेल देखने को मिल रहा है। वैसे समय बताएगा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हमने कितने जरकारी खजाने को खाली किया।