गोपालगंज में लगातार यूपी की सीमा से हजारो लोग पैदल, साइकिल और जुगाड़ गाडी कर रहे है प्रवेश
गोपालगंज : पूरे देश में लॉक डाउन है। जिसकी वजह से हर कोई परेशान है। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सरकार से एहतियात के तौर लॉक डाउन की घोषणा की है। यानी लोग अपने घरो में रहेंगे या वे सभी लोग जहा है वही खुद को आइसोलेट रखेंगे। लेकिन यूपी की सीमा से सटे गोपालगंज में लॉक डाउन के कोई मायने नहीं है। यहाँ यूपी की सीमा से लगातार बिहार में आ रहे है। वे कई किलोमीटर पैदल चलकर गोपालगंज की सीमा में प्रवेश कर रहे है। इनकी संख्या हजारो में है।
यूपी की सीमा से सटे गोपालगंज में लगातार लोग पैदल, साइकिल से और अपने अपनी कार या जुगाड़ से आ रहे है। ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के नाम से जाना जाने वाला यह एनएच 28 बड़े वाहनों से नहीं बल्कि पैदल चलने वालो से भरा हुआ है। हांलाकि अभी इक्का दुक्का लोग ही सडको पर दिखाई दे रहे है। लेकिन इनकी संख्या हजारो में है।
दरअसल यूपी और दिल्ली से भारी संख्या में लोगो को बसों से यूपी की सीमा में छोड़ा जा रहा है। वे लोग पैदल ही बिहार की सीमा में प्रवेश कर रहे है। वे कई किलोमीटर की दुरी कर अपने घरो पर पहुचना चाह रहे है। जिन लोगो को बसों में जगह मिली। वे बसों से, ट्रको से और अन्य दुसरे साधनों से बिहार की सीमा पर आ रहे है। फिर यहाँ से वे बिहार की सीमा में प्रवेश भी कर रहे है।
इस भीड़ में एक महिला अपनी बेटी के साथ यूपी के अमरोहा रामपुर से पैदल आ रही है। उन्हें रास्ते में कही कही साधन मिले तो वे गाड़ी से आई। लेकिन जहा साधन नहीं मिला। वहा वे पैदल ही सफर पूरा किया। 24 वर्षीय राबेया नर्गिस के मुताबिक उन्हें सीवान जाना है। वे परसों यूपी के रामपुर से चली थी। अभी वे गोपालगंज की सीमा में प्रवेश की है। उन्हें रास्ते में कही कही बिस्कुट भी मिला खाने के लिए। लेकिन उन्हें बस अपने घर जाने के लिए किसी मदद की दरकार है।
राबेया की तरह लक्षमण यूपी के भदोही से अपने साइकिल से आ रहे है। उनकी तरह और सात लोग साइकिल से ही गोपालगंज आ रहे है। लक्षमण को अपने साथियो के साथ मुजफ्फरपुर जाना है। जो लोग भी गोपालगंज में आ रहे है। उन्हें गोपालगंज में बनाये गए आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। लेकिन वे याह आइसोलेशन में नहीं रहने के लिए हंगामा कर रहे है।