गोपालगंज: सासामुसा चीनी मिल के क्रिस्टलाइजर से गिरने लगा गरम चीनी का रस, मची अफरा-तफरी
गोपालगंज के सासामुसा चीनी मिल का कृष्टलाइजर टंकी के जाम होने के कारण मंगलवार की सुबह चार बजे गरम चीनी का रस गिरने लगा. रस गिरते देख फैक्टरी में अफरा-तफरी मच गयी. आनन- फानन में सुबह चार बजे फैक्टरी को बंद करना पड़ा. फैक्टरी को बंद कर मिल के डायरेक्टर साजीद अली से लेकर इंजीनियर व कर्मी तकनीकी रूप से कृष्टलाइजर की सफाई से लेकर मरम्मति तक का कार्य शुरू हो गया. पूरे दिन वर्क करने के साथ ही शाम से फैक्टरी को फिर से चालू किया गया. टंकी के लीक करने की अफवाह भी तेजी से इलाके में फैली. हालांकि फैक्टरी के डायरेक्टर ने अपने कर्मियों के साथ मोरचा संभालते हुए फैक्टरी को चलाने में जुट गये. जानकार सूत्र बताते है कि 23 जनवरी को फैक्टरी के बंद होने के बाद कृष्टलाइजर की सफाई कर्मियों के द्वारा गलती से छोड़ दिया गया था. जिसके कारण चीनी के जाम होने से लीक किया. गनीमत था कि फटा नहीं अन्यथा एक और बड़ा घटना होने से इन्कार नहीं किया जा सकता था.
सासामुसा चीनी मिल के डायरेक्टर साजीद अली ने बताया कि कृष्टलाइजर में जाम होने के कारण समस्या आयी थी. कुछ कर्मियों के द्वारा उसका सफाई छोड़ दिया गया था. उसे ठीक करा लिया गया है. जबकि, फैक्टरी को चलाने के लिए लकड़ी व बगास की कमी के कारण फैक्टरी को चलाने में संकट उत्पन्न हुई है. लकड़ी व बगास का भी इंतजाम करा लिया गया. जब फैक्टरी बंद कर चलाया जाता है तो बगास व लकड़ी का दिक्कत तो हो रहा. अब फैक्टरी को चला दिया गया है.
सासामुसा चीनी मिल में 20 दिसंबर 2017 की रात में ब्यालर का क्वायड फटने के कारण नौ मजदूरों की मौत हो गयी थी. जबकि, छह अन्य आज भी बीमार है. इस हादसा का जख्म अभी ताजा है. इसबीच फैक्टरी में रस के गिरने की खबर से इलाके में टंकी फटने की अफवाह फैल गयी. सवाल तो यह भी है कि आखिर फैक्टरी इंस्पेकटर के तरफ से बगैर जांच किये कैसे चलाने की अनुमति दे दी गयी.