गोपालगंज के उचकागांव में डेंगू से तीन लोगों की जा चुकी जान, डेंगू के दहशत से डरे है ग्रामीण
गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड के कई इलाकों में डेंगू बुखार से ढाई दर्जल लोग पीड़ित हो गए है। इसमें सिसवनिया, महैचा, गुरूम्हा व सलेमपट्टी गांव के लोग शामिल है। अब तक इस बुखार ने दो नवजात सहित तीन लोगों की जान ले चुका है। इसमें दो गुरूम्हा तथा एक सलेमपट्टी गांव का रहने वाला था। इन गांवों में प्रतिदिन डेंगू से पीड़ित लोगों की पहचान हो रही है। डेंगू के कहर से लोगों में दहशत का माहौल बन गया है।
सरकारी स्तर पर इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। प्रशासन का दावा है कि सभी पीएचसी व एडिशनल पीएचसी पर जांच व दवा उपलब्ध है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। डेंगू मरने वालों में गुरूम्हा के हरेन्द्र बिंद का डेढ़ वर्षीय पुत्र हेमंत बिंद,श्रीराम बिंद के पुत्र परदेशी बिंद तथा सलेमपट्टी गांव के परमेश्वर मांझी के डेढ़ वर्षीय पुत्र लड्डू कुमार शामिल है। अभी स्थिति यह है डेंगू से ढाई दर्जन लोग पीड़ित होकर विभिन्न निजी अस्पतालों में चल रहा है।
डेंगू इस कदर अपना नेटवर्क फैला रहा है कि इसके चपेट में लगातार लोग आ रहे है। महैचा, सिसवनिया व गुरूम्हा आदि गांवों में इनकी संख्या में इजाफा हो रहा है। महैचा के वार्ड संख्या 18 के रामप्रीत गोड़ के पुत्र सोनालाल प्रसाद, लालबाबू प्रसाद के पुत्र पंकज कुमार गुप्ता, कपिलदेव मल्लाह के पुत्र सुदर्शन मल्लाह, पप्पू कुमार की आठ वर्षीय पुत्र पीयूष कुमार तथा सिसवनिया के एएनएम गीता कुमारी व स्वास्थ्य कर्मी अंकुर पांडेय, श्रीकांत मिश्रा के पुत्र अमित मिश्रा, जगदीश चौधरी की नतनी खुशी कुमारी, रामप्रवेश पांडेय, झगन अंसारी की पत्नी मुन्नी खातून, जदयू महिला सेल की प्रखंड अध्यक्ष शकुंतला देवी,समृद्धि कुमारी आदि शामिल है। इससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया है।