गोपालगंज: आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने गया बच्चा पानी से भरे गड्ढे में डूबा, युवाओं ने बचाई बच्चे की जान
गोपालगंज में मीरगंज थाना क्षेत्र के अमठा खेम गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के एक कमरे में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार के दिन पढ़ने गया गांव के लगभग 4 वर्षीय बच्चा केंद्र के भवन के पीछे स्थित पानी भरे गड्ढे में डूब गया। जिसे विद्यालय के प्रधान शिक्षिका के द्वारा देखकर शोर मचाने के बाद मौके पर पहुंचे गांव के युवाओं द्वारा पानी भरे गड्ढे में कूदकर उसकी जान बचाई गई। घटना के बाद आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका और सहायिका केंद्र में ताला लगाकर मौके से फरार हो गई।
बताया जा रहा है कि मीरगंज थाना क्षेत्र के हथुआ प्रखंड अंतर्गत लाइन बाजार पंचायत के अमठा खेम प्राथमिक विद्यालय में हथुआ बाल विकास परियोजना अंतर्गत चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 60 में गांव निवासी सेविका अनीता देवी द्वारा केंद्र का संचालन किया जाता है। उक्त केंद्र पर गांव के मुन्ना साह का 4 वर्षीय बेटा अनमोल कुमार आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकन कराने के लिए पिछले डेढ़ माह से प्रतिदिन दौड लगा रहा था। गुरुवार के सुबह भी अनमोल कुमार अन्य बच्चों की तरह केंद्र पर पहुंचा हुआ था। इसी दौरान वह टहलते हुए केंद्र के पीछे स्थित पानी भरे गड्ढे के किनारे चला गया और अचानक गड्ढे में गिर पड़ा। पानी में बच्चे के गिरने की आवाज सुनकर विद्यालय के कमरे में बैठी विद्यालय की प्रधान शिक्षिका सुधा देवी द्वारा बच्चे को डूबते देखकर शोर मचाने पर पड़ोस से दौड़कर आए गांव के युवक सोनू सिंह, रितिक सिंह और कुश सिंह द्वारा पानी में छलांग लगाकर बच्चे को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। जिसे ग्रामीणों द्वारा अचेतावस्था में मीरगंज के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया। जहां उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद डॉक्टर द्वारा उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसकी चिंताजनक हालत को देखते हुए सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा भी उसे गोरखपुर रेफर कर दिया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
घटना के बाद आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका अनीता देवी और सहायिका हीरा देवी आंगनवाड़ी केंद्र में ताला लटका कर मौके से फरार हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों द्वारा विद्यालय परिसर में जमकर बवाल किया गया। मामले में आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के विरुद्ध लापरवाही के साथ-साथ लूट खसोट करने का भी आरोप लगाया जा रहा था। ग्रामीणों की मानें तो आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के द्वारा केंद्र पर टी एच आर के राशन का भी वितरण नहीं किया जाता है। जबकि इसके पूर्व में सरकार द्वारा पोशाक के नाम पर दिए जाने वाले प्रति छात्र चार सौ रुपए की राशि के स्थान पर घटिया क्वालिटी के कपड़े खरीद कर छात्रों के बीच वितरण किया गया था। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण सेविका के विरुद्ध कार्यवाही की मांग कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि छात्र अनमोल कुमार के पिता विदेश रहकर मजदूरी करते हैं और 5 दिन पूर्व ही घर से विदेश के लिए रवाना हुए है। घटना के बाद से मां पूजा देवी, दादी और अन्य परिजनों का भी रो रो कर बुरा हाल है।