गोपालगंज के कटेया में प्रखंड कृषि कार्यालय परिसर में खरीफ महाअभियान का हुआ शुभारंभ
गोपालगंज के कटेया प्रखंड कृषि कार्यालय परिसर में शनिवार के दिन कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण गोपालगंज के तत्वावधान में खरीफ महाअभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रखंड के सैकड़ों की संख्या में किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यपालक पदाधिकारी राहुल धर द्विवेदी, भाजपा मंडल अध्यक्ष श्रीप्रकाश मिश्र एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी धर्मपाल ओझा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी धर्मपाल ओझा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए वचनबद्ध है। किसानों को नई तकनीक से आमदनी बढ़ाने के लिए खेती की करनी होगी। आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की अनुदानित योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिनमें मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, दुग्ध उद्योग व अन्य योजनाएं संचालित की जा रही हैं। तकनीकी विज्ञान केंद्र सिपाया से कार्यक्रम में आए अधिकारी साजिद अली एवं विनोद शाही के द्वारा किसानों को खेती करने की कई विधियों की जानकारी दी गई। साजिद अली ने कहा कि मिट्टी प्रबंधन सबसे प्रमुख है। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को सबसे पहले खेतों में उर्वरा शक्ति बढ़ाने वाले कीटों की रक्षा करनी चाहिए। जिस तरह से एक माता बच्चे को जन्म देने के बाद उसका भरण पोषण करती है, ठीक उसी तरह किसानों को खेती किए प्रबंधन करनी होगी। उन्होंने बताया कि कुछ वर्षों से मौसम में भी परिवर्तन हो रहा है।अंधाधुन रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशक के अधिक प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति खत्म होती जा रही है। किसानों को सचेत करते हुए जैविक खाद के अधिक से अधिक प्रयोग करने पर बल दिया। साथ ही उर्वरक की मात्रा क्षमता के अनुरूप उपयोग करने की सलाह दी ।
मौके पर कृषि समन्वयक आनंद कुमार राय, आशुतोष कुमार सिंह, अमोद कुमार, समर विजय राय, किसान सलाहकार राधा कृष्ण चौबे, विजयकांत मिश्र, अश्वनी मिश्रा, चंदेश्वर यादव, महाचंद्र अभय, सत्यप्रकाश गोंड़, बृजपाल यादव, शंभू कुमार साह, कृषि सहायक मुकेश कुमार, लेखपाल संजय मणि त्रिपाठी, मुखिया गौरी शंकर चौबे, मुखिया पति सुरेंद्र राय सहित प्रगतिशील कृषक जितेंद्र दुबे, सुरेंद्र पाठक, हरेराम पांडेय, अनिल मिश्र, विश्वरंजन स्वरूप पाठक, प्रभुनाथ राय, सुनील दीक्षित व सैकड़ों की संख्या में कृषक मौजूद रहे।