गोपालगंज में आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर किया चक्का जाम, थावे जंक्सन पर रोकी ट्रेन
गोपालगंज में अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 27 दिनों से आंदोलन कर रही आशा ने गुरुवार को रेल चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा संचालित मान्यता प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता आशा एवं संयुक्त मंच द्वारा थावे रेलवे स्टेशन पर वहां से गुज़रने वाली सवारी गाड़ी को रोककर परिचालन को बाधित किया गया। आक्रोशित आशा कार्यकर्ता रेल इंजन पर सवार होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी। आशा ने अपने आंदोलन के समर्थन और सरकार के विरोध में जमकर नारे बुलंद किए। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा रेल परिचालन बाधित करने से स्टेशन पर दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा। पूरा स्टेशन आशाकर्मियों से भर गया। कुछ देर तक रेल चक्का जाम करने के बाद आशा वहां से हट गईं। उसके बाद परिचालन सामान्य हुआ।
बाद में बाहर एक सभा का आयोजन किया गया। जिसको संबोधित करते आशा संघ की जिला अध्यक्ष सीता पाल ने कहा कि हड़ताल जारी है और जारी रहेगी। उन्होंने कहा की हमारा हक छीना जा रहा है। हमारा दायरा बढ़ाना चाहिए। मानदेय करीब 18 हजार से ऊपर होना चाहिए। सीता पाल ने कहा कि वे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 1 दिसम्बर से ही ये लोग अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं. जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। लेकिन सरकार का कोई भी अधिकारी अब तक हमसे वार्ता करने नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा की आशा कर्मियों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। स्वास्थ्य सेवा की महत्वपूर्ण कड़ी में आशाकर्मी भी हैं। लेकिन, आशा को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। सरकार आशा कर्मियों के साथ शोषण करना बंद करें। आशा संघ की जिला अध्यक्ष सीता पाल ने कहा कि जब तक सरकार आठ सूत्री मांग पूरी नही करती उनका हड़ताल जारी रहेगी।