गोपालगंज में एक साल से बंद सासामुसा चीनी के दोबारा चालू होने की उम्मीद, किसानो में ख़ुशी की लहर
गोपालगंज के सासामुसा चीनी मिल में पिछले साल बायलर टैंक फट जाने से बंद सासामुसा चीनी के दोबारा चालू करने की किवायत तेज़ हो गयी है. मिल दुबारा से चालू करने से पहले खस्ता हालत में मौजूद सभी मशीने एवं पार्ट्स बलने का काम जोरो शोर पर है. सासामुसा चीनी मिल दुबारा खुलने की खबर से मिल में काम करने वाले मजदूरो और किसानो के बिच ख़ुशी की लहर है.
गौरतलब है की बीते साल दिसम्बर माह में बायलर टैंक फट जाने से 9 मजदूरो की दर्दनाक मौत हो गयी थी. जिसमे 6 मजदूरो की मौत मौके पर ही हो गयी थी वहीँ 3 मजदूरो की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हो गयी थी. इस बड़ी दुर्घटना के बाद आक्रोशित लोगो ने चीनी मिल मालिक के घर, गोदाम समेत गाडियो में आग लगा दी थी. इसके अलावा मिल में रखे करोडो के औजार और मशीन पार्ट्स लूट ले गए. वहीं पुलिस ने तवरित करवाई करते हुए मिल मालिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इन सभी घटनाओ के बाद मिल में काम कर रहे मजदूर एवं इलाके के गन्ना किसानो ने मिल दुबारा चालु होने की उम्मित बिलकुल ही छोड़ दी थी. लेकिन अब मिल प्रबंधन ने इस सासामुसा सुगर मिल को दोबारा चालू करने का फैसला किया है. मिल प्रबंधन के मुताबिक दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में ही इस मिल को दोबारा चालू कर दिया जायेगा.
मिल के सेफ्टी इंचार्ज आमोद कुमार सिंह ने बताया कि पिछले साल इस मिल में भीषण हादसा हो गया था. जिसमे 9 लोगो की मौत हो गयी थी. लेकिन इस घटना के एक साल बाद दोबारा यह मिल चालू होने जा रहा है. यहाँ सभी पुराने और जर्जर पार्ट्स बदले जा रहे है. सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया जा रहा है. ताकि भविष्य में दोबारा ऐसी दुर्घटना न हो. मिल के मजदुर और किसानो में किसी तरह का डर न रहे. इसलिए सभी मशीनों की बारीकी से जांच की जा रही है.
गंडक दियारा संघर्ष समिति के संयोजक व किसान नेता अनिल कुमार मांझी ने बताया कि मिल के बंद होने से किसानों और मजदूरो के सामने रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गयी थी. किसानो को उनके गन्ने का बकाया नहीं मिल पा रहा था. लेकिन अब किसानो का बकाया चुकता किया जा रहा है. किसानो और मजदूरो में मिल के चालू होने की उम्मीद के बिच उन्होंने राहत की सांस् ली है.