गोपालगंज के कटेया निवासी मजदूर का शव गांव आते ही परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
गोपालगंज जिला के कटेया थाने के अमवा गांव निवासी 53 वर्षीय गणेश यादव की मौत की खबर सुन कर परिजनों के बीच कोहराम मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार गणेश यादव शनिवार के दिन अपने साथियों के साथ जेसिमपुर से रिजर्व गाड़ी से मणिमहेश मंदिर के दर्शन करने के लिए जा रहे थे कि मंदिर से 14 किलोमीटर पहले ही उनके पैर में तेज दर्द शुरू हो गया। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने साथियों को दी। दर्शन के लिए जा रहे उनके साथियों ने नजदीकी सरकारी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज का अटैक बताया एवं प्राथमिक इलाज कर उन्हें चंबा जिले के सदर अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। साथियों के द्वारा सदर अस्पताल ले जाने के दौरान ही रविवार के दिन रास्ते में ही गणेश यादव की मौत हो गयी। साथियों ने जब इस बात की जानकारी परिवार वालों को दी तो उनके बीच हताशा की लहर दौड़ पड़ी। सूचना मिलने पर परिजन हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के लिए निकल पड़े एवं मंगलवार की रात गणेश यादव के शव को लेकर गांव पहुंचे तो परिजनों की बेतहाशा रुदन से परिवार के साथ साथ ग्रामीणो के भी आंखें भर आयी ।
गणेश यादव डेढ़ माह पहले ही अपने दोस्त के साथ कमाने के लिए हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला गया था। वहाँ वह मजदूरी का कार्य करता था। गणेश यादव के कमाई के सहारे ही परिवार का भरण पोषण होता था। गणेश यादव को एक बेटा एवं छः बेटियां हैं, जिसमें से गणेश यादव ने एक बेटा एवं दो बेटियों की शादी कर दिया है। पत्नी दरपनिया देवी रो-रो कर बेहोश हो जा रही है एवं बदहवाश बोलती जा रही हैं कि हम लोग किसके सहारे जिएंगे, हमारे परिवार का परवरिश कौन करेगा ? हमारी बेटियों की शादी किसके सहारे होगी।