गोपालगंज जिला प्रशासन द्वारा जिले को ओडीएफ करने के लिए शुरू हुआ “भूंजा पर चर्चा” कार्यक्रम
देश की सियासत में अपने चाय पर चर्चा की खबर खूब सुनी होगी. लेकिन गोपालगंज जिला प्रशासन के द्वारा जिले को ओडीएफ करने के लिए इन दिनों अनोखा प्रयोग किया जा रहा है. यहाँ ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्ति के लिए भूंजा पर चर्चा किया जा रहा है. ग्रामीणों की चौपाल लगाकर सामूहिक रूप से सबके बीच भूंजा का वितरण किया जा रहा है. फिर भूंजा खाते हुए खुले में शौच से मुक्ति के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. एक रिपोर्ट.
गोपालगंज सदर प्रखंड के जगरीटोला पंचायत में गंडक नदी के किनारे दियारे इलाके में सैकड़ो लोगो की पंचायत लगी है. इस पंचायत में सदर अनुमंडल के एसडीएम से लेकर बीडीओ और दर्जनों की संख्या में ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए है.
इस पंचायत में भाग लेने पहुची गांव की आंगनबाड़ी सेविका रीता देवी ने बताया की गाँव और पंचायत की दर्जनों महिलाए और पुरुष इकठ्ठा हुए है. यहाँ इस बात पर चर्चा हो रही है की कैसे इस पंचायत को खुले में शौच से मुक्ति दिलाया जाए है. यहाँ भूंजा पर चर्चा हुआ है. वे कई महीने से इन पंचायत को स्वच्छ रखने की सामूहिक प्रयास कर रही है. इस बार इसी बता की चर्चा हुई है की जल्द से इस पंचायत को खुले में शौच से मुक्त कर दिया जायेगा.
सदर बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर ने बताया की यहाँ जागरीटोला में कुल 14 सौ घर है. जिसमे 125 घर बाढ़ प्रभावित है. जिसकी वजह से इस पंचायत के मात्र 39 घरो में शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है. शौचालय के निर्माण के लिए ग्रामीणों को कैसे प्रेरित किया जाये. इसी पर यहाँ चर्चा हो रही है. ताकि जल्द से जल्द इस पंचायत को ओडीएफ घोषित किया जा सके.
वही इस मुहीम में शामिल सदर एसडीएम शैलेश कुमार दास ने बताया की गोपालगंज में डीएम के द्वारा मिशन सम्मान कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस मिशन के तहत जिले के सभी पंचायतो को ओडीएफ करने के प्रयास कियी जा रहे है. इसी मुहीम के तहत यहाँ जगरीटोला पंचायत में भूंजा पर चर्चा कार्यक्रम का रखा गया. ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति कैसे जागरूक करना है. इसी के लिए यह भूंजा पर सामूहिक रूप से चर्चा कर ओडीएफ करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है.
जाहिर है स्वच्छता मिशन को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा यह अनोखी पहल ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए मिल का पत्थर साबित होगा.