गोपालगंज के युवक फसे इराक मे, डीएम ने मामले को लिया गंभीरता से, विदेश मंत्रालय को भेजी जानकारी
गोपालगंज के परमेश्वर साह को इराक में अज्ञात शहर में जहा बंधक बनाकर रखा गया है. वहा हथियारों का जखीरा हर तरफ बिखरा हुआ है. बंधक बने पीड़ित युवक ने WHATSAPP के जरिये मदद की गुहार लगायी है. वही इस मामले में आवाज़ टाइम्स की खबर का बड़ा असर हुआ है. डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित की पूरी जानकारी गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को भेज दी है. पीड़ित परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है.
बरौली के सुरवाल गाँव के रहने वाले परमेश्वर साह इन दिनों इराक में बंधक है. परमेश्वर गोपालगंज के कोई अकेले युवक नहीं है. जो इराक में पैसा कमाने की नियत से गए हुए थे. उनके साथ गोपालगंज का बीरेद्र गुप्ता भी शामिल है. जो इराक में बंधक बना हुआ है.
परमेश्वर साह की पीड़ित माँ सरस्वती देवी ने बताया की उनका बेटा इराक में जाकर फंस गया है. उसके बंधक बनाने की सुचना मिलते ही घर में परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. सरकार और प्रशासन उनके बेटे को घर वापस बुला ले. वे भीख मांगकर अपने बेटे की जीविका चला लेंगी. लेकिन कभी दोबारा विदेश में काम करने के लिए नही भेजेंगी. परमेश्वर साह की पत्नी जानकी देवी के मुताबिक उनके पति को इराक में बंधक बनाकर फंसा दिया गया है. पति से उनकी 8 दिनों से बात नहीं हो पायी है. जिसकी वजह से घर के सभी सदस्य एक सप्ताह से खाना भी नहीं खा रहे है. उनके पति को काला पानी की सजा दे दी गयी है. परमेश्वर के बड़े भाई राजेश्वर साह के मुताबिक पिपराही गाँव के रहने वाले मुखिया पति श्रीराम साह ने डेढ़ लाख में उनके भाई को मस्कट में भेजने का सौदा किया था. लेकिन पैसे की लालच में उनके भाई को इराक में भेज दिया गया है. उनके भाई को जहा रखा गया है. वहा हर तरह गोला बारूद , मोर्टार और कारतूस का ढेर बिखरा हुआ है. ऐसा लग रहा है की उनके भाई को ISIS के गढ़ में रखा गया है.
इस मामले में जब आरोपी श्रीराम साह से बात की गयी तो उसने बताया की सीवान के गुठनी के किसी एजेंट के द्वारा भेजा गया है. उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. उन्होंने किसी को विदेश नहीं भेजा है.
इस मामले में जब डीएम के ओएसडी डीपी शाही से बात की गयी तो उन्होंने बताया की डीएम के ऑफिसियल WHATSAPP पर एक आवेदन और कुछ फोटो भेजा गया था. जिसे विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के पास भेज दिया गया है. इस मामले में अभी तक पीड़ित परिजनों के द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिए गए है. अगर उनके द्वारा कुछ विशेष जानकारी दी जाएगी तो आगे उचित कारवाई की जाएगी.