गोपालगंज में महिला अल्प्वास केंद्र से 4 लड़कियां हुई फरार, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
गोपालगंज जिला प्रशासन और एनजीओ संचालक में उस वक्त हडकंप मच गया जब नगर थाना के सरेया वार्ड नम्बर 01 , भितभैरवा रोड स्थित महिला अल्प्वास केंद्र से 4 लड़कियां फरार हो गयी. लडकियो के भागने की वारदात वहा लगे CCTV की कैमरे में कैद हो गए.
जानकारी के मुताबिक नगर थाना के सरेया वार्ड नम्बर 03 में महिला अल्प्वास केंद्र का सञ्चालन किया जाता है. यह महिला अल्पवास केंद्र मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के अंतर्गत महिला विकास निगम के द्वारा संचालित किया जाता है. इस महिला अल्पवास केंद्र में वैसे महिलाओ या लड़किओं को रखा जाता है. जिन्हें कही से मुक्त कराया जाता है. फिर वैसे लोग जो लावारिस हालत में मिलते है. लेकिन बीती रात करीब ढाई बजे यहाँ 4 लड़कियां कर्मिओ को चलम देकर फरार हो गयी.
महिला अल्पवास केंद्र में मौजूद कर्मिओ के मुताबिक रात को इन लडकियो ने पहले मुख्य गेट का चाभी चुराया और अल्पवास केंद्र का ताला खोलकर बरामदे में पहुची. फिर बरामदे से वे आसानी से बरामदे के पास बने छज्जे से नीचे कैंपस में पहुचती है. कैंपस में आने के बाद ये लड़कियां बारी बारी से कैंपस का दिवार फांदकर बाहर निकल कर भाग जाती है. लडकियो की यह वारदात CCTV में कैद हो जाती है.
भागने की सुचना पर मौके पर पहुचे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रेम प्रकाश ने जाँच शुरू कर दी है. प्रेम प्रकाश के मुताबिक भागने वालो में मांझा की रहने वाली रानी कुमारी, थावे के रामचन्द्रपुर की रहने वाली सोनिया कुमारी और सिलिगुडी की रहने वाली मनीषा थापा और अनुष्का क्षेत्री शामिल है. 3 लड़किओं को 15 दिन पूर्व ही महिला थाना के द्वारा ऑर्केस्ट्रा से मुक्त कराकर यहाँ रखा गया था. जबकि एक लड़की को मांझा पुलिस ने एक माह पहले यहाँ भर्ती कराया था.
लडकियो के भागने की सुचना नगर थाना के महिला पुलिस को दे दी गयी है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे दिया गया है. साथ ही एनजीओ और ड्यूटी पर मौजूद कर्मिओ की लापरवाही के खिलाफ अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौप दी गयी है.
एनजीओ के संचालक विश्वजीत पाण्डेय के मुताबिक पूर्व में भी यहाँ से दो लड़कियां भागी थी. जिसको लेकर नगर थाना में सनहा दर्ज कराया गया था. लेकिन अभी तक उन्हें नहीं ढूंढा गया और फिर यह भी हादसा हो गया. वही एनजीओ के सचिव नागेन्द्र सिंह का कहना है की यहाँ की कर्मिओ की लापरवाही से यह घटना हुई है. यहाँ ड्यूटी में आरटीओ सुनीति कुमारी का नाईट शिफ्ट था. वे ही विस्तृत जानकारी दे सकती है.
बहरहाल पुरे मामले की छानबीन की जा रही है. दरअसल मुज़फ्फरपुर में भी कुछ ऐसा ही हादसा हुआ था. जहा एनजीओ संचालक पर बहुत ही गंभीर आरोप लगे थे. लेकिन गोपालगंज में आखिर यह बार बार कैसे हो रहा है की एनजीओ द्वारा संचालित संस्था से लडकिया भाग जा रही है और हर बार मामला जाँच के नाम दबा दिया जाता है.