गोपालगंज के होटल से बंगाल और यूपी के बाल मजदूरों को कराया गया मुक्त
गोपालगंज श्रम अधीक्षक कुमार दुबे ने जिलाधिकारी के आदेश पर बुधवार को कुचायकोट थाना के पास चल रहे अर्पणा होटल में छापा मार कर बंगाल और यूपी के चार बाल मजदूरों को मुक्त कराया। श्रम अधीक्षक ने बाल मजदूरों को लाने वाले दलाल और होटल मालिक के खिलाफ कारवाई किया है। मुक्त कराये गए चारों बाल मजदूरों को बाल गृह छपरा को सुपुर्द किया हैं। जब तक उसके परिजन नहीं आ जाते हैं।
श्रम अधीक्षक ने बताया कि मुक्त कराये गए बाल श्रमिकों को उथान के लिए तीन तीन हजार रूपये सरकार द्वारा दी जायेगी। इन बाल श्रमिकों को पढ़ने के लिए सरकारी स्कूल में दाखिल दिलाने का काम किया जायेगा। उन्होंने बताया की बंगाल के रुनिया मालदा गांव के 12 वर्षीय प्रसन्य दास, अररिया जिला के वर्धा गांव के 10 वर्षीय बिहारी कुमार, यूपी के कुशीनगर थाना के मंजरिया गांव के 10 वर्षीय राकेश कुमार और 11 वर्षीय कृपा नन्द मांझी को मुक्त कराया गया।
मुक्त कराये बाल मजदूरों ने बताया की दलालों द्वारा लेकर होटल में रखा गया हैं। कितना मजदूरी मिलता है बाल मजदूरों को पता नहीं है। बासी खाना और जमीन पर सोने की बात बताया।