गोपालगंज के बैकुण्ठपुर प्रखंड मे धरल्ले से चल रहा है अवैध नर्सिंग होम
गोपालगंज जिला के बैकुण्ठपुर प्रखंड मे अवैध नर्सिंग होम कुकुरमुते की तरह उग आए हैं. ऐसे नर्सिंग होम गांव की गलियों से बाजार मे हलचल मचा कर भोले भाले मरीजों का शोषण तो कर ही रहे हैं, बेहतर इलाज का झांसा देकर उन्हे मौत के मुंह मे ढकेल रहे हैं. ये नर्सिंग होम नामी गिरामी चिकित्सकों के नाम का दुरूपयोग भी करने से बाज नही आ रहे हैं. बड़े बड़े बोर्ड पर मशहूर चिकित्सकों का नाम लिखा रहता है पर अंदर की हकीकत यह होती है कि मशहूर चिकित्सक के बदले इलाज क्वेक करते हैं. इन्हे कोई डिग्री नही पर प्रीस्कीप्सन एमबीबीएस का बनाते हैं. इनके दलालों की चांदी है. तीस पर्सेंट पर मरीज को ऐसे नर्सिंग होम तक पहुंचाना है. एक बार जो फंस गया समझो वह लूट गया. ऐसे नर्सिंग होम की बाढ राजापट्टी, महम्दपुर, हरदियां, दिघवादुबौली मे है.
राजापट्टी का नेशनल हॉस्पीटल और उसके डॉक्टर एस के तिवारी काफी सुर्खियों मे है. नर्सिंग होम का मानक ताक पर है और क्वेक का अपना मानक चल रहा है. ये क्वेक पेट भी खोल देते है और इलाज भी कर देते हैं. परन्तु इस प्रखंड में इन पर कोई अंकुश नही है, न ही कभी कोई जांच होती है. तत्कालीन सविल सर्जन डॉ मद्धेश्वरशर्मा के कार्यकाल मे ऐसे नर्सिंग होमो की जांच कर सील करने और कार्यवाई करने का निर्देश बैकुण्ठपुर के चिकित्सा पदाधिकारी को हुआ था, परन्तु नतीजा सिफर रहा. कोई जॉच नही हुयी न ही कार्यवाई. यह सब कुछ बेलगाम चल रहा है. इस संबध मे बैकुण्ठपुर अस्पताल के चिकित्सापदाधिकारी डॉ संजय कुमार कहते हैं कि जॉच के लिए गठित टीम मे जो पदाधिकारी शामिल है वे नही आते जिस कारण कार्यवायी नही हो रही है.