गोपालगंज में पौधरोपण अभियान की खुली पोल, पौधे लगाने के बाद मवेशियों ने बनाया अपना निवाला
पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के लिए सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं पौधरोपण करने में जुटी हुई है। इसी अभियान को बढ़ावा देने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा की मीरगंज शाखा के द्वारा उचकागांव प्रखंड परिषर में पौधरोपण किया गया। पौधे को लगाकर बैंक के अधिकारी फोटो खिंचवाकर चले गये। अभी एक माह भी नही बिता कि मवेशियों ने इस पौधे को निवाला बना डाला। बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत कुल आठ आम के पौधे को लगाया गया। पौधरोपण के बाद बिना घेराबंदी किये ही इसे खुले में ही छोड दिया गया। अब लावारिस हालत में लगे इन पौधों को मवेशी हरे पौधे समझ अपना निवाला बनाडाला।
यहां बतादें कि पिछले 20 जुलाई को बड़ी धूमधाम से प्रखंड परिषर में एक कार्यक्रम का आयोजन कर पौधा लगाकर पर्यावरण को संतुलित करने का संकल्प लिया गया। अभी एक माह भी नही बिता कि लगाए गए पौधे को मवेशियों के खा जाने से सूखने लगे है। पौधा को गलेवियन से नही घेरा गया है। बैंक द्वारा पौधा लगाकर अपना कोरम पुरा कर लिया गया। फोटोग्राफी भी हुई ताकि बैंक के वरीय पदाधिकारियों को अवगत करवाया जा सके। लगाया गया पौधा अभियान कितना कारगर है यह सूखे पौधे देखने से ही पता चलता है।
इस संबंध में उचकागांव में संचालित बैंक के सीएसपी संचालक से जानकारी लेने पर उन्होने बताया कि जिस दिन सीएसपी का उद्दघाटन हुआ उसी दिन पौधा लगाया गया ताकि यादगार बनी रहे। पर पौधे को घेराबंदी नही किए जाने से मवेशीयों ने चर डाला । इस संबध में शाखा प्रबंधक से मोबाइल पर सम्पर्क नही हो सका।
उचकागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप सौरभ ने बताया कि परिषर में बैंक कर्मी द्वारा पौधरोपण किया गया। पौधे का घेराबंदी नही किया गया हैं। पौधे का संरक्षण बैंक द्वारा नही किए जाने से पौधा सूखने के कगार पर है। वैसे प्रखंड परिषर में भी चाहरदीवारी नही रहने पर काफी परेशानी उठानी पड़ती है।