बिहार: मिड डे मील में छिपकली, उल्टी की शिकायत पर 87 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती
बिहार के समस्तीपुर जिले के वारिसनगर प्रखंड के अकबरपुर पितौड़िया गांव स्थित प्राइमरी स्कूल में बुधवार को छिपकली युक्त मिड डे मील खाने से 87 बच्चे बीमार पड़ गये. स्कूल से घर लौटे बच्चों में उल्टी की शिकायत पर गांव में अफरातफरी मच गयी. आननफानन में सभी बच्चों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उपचार के बाद सभी बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.
ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही बरतने का आरोप
इस घटना के कारण ग्रामीणों के बीच स्कूल प्रशासन के खिलाफ अक्रोश व्याप्त है. ग्रामीणों का कहना है कि एमडीएम बनाने के दौरान साफ सफाई का ध्यान नहीं दिया जा रहा है. लोगों ने रसोईया पर कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे. उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी ब्रजेश कुमार ओझा ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है.
स्कूल में 132 बच्चें थे उपस्थित
घटना के संबंध में बताया गया है कि आज स्कूल में 132 बच्चों की उपस्थिति थी. सभी बच्चों के लिए एमडीएम बनाया गया था. दिन के करीब 11.30 बजे के आसपास प्रथम पाली में 76 बच्चों को बैठाकर एमडीएम खिलाने के लिए बैठाया गया. बच्चे एमडीएम खा ही रहे थे कि वर्ग दो नंदनी कुमारी ने भोजन में छिपकली का सिर देखा. एमडीएम में सिर देख कर वह चिल्लाने लगी. फिर क्या था एक के बाद एक बच्चों में उल्टी शुरू हो गयी. यह देख कर गांव में बच्चों के अभिभावकों के बीच कोहराम मच गया. जो ग्रामीण जहां थे वहीं से स्कूल की ओर दौड़े.
एमडीएम लेकर घर भी चले गये थे कुछ बच्चे
बताया गया है कि कुछ बच्चे एमडीएम लेकर घर भी चले गए थे. उक्त एमडीएम को खाने वाले अन्य बच्चों में भी उल्टी होने लगी. ग्रामीणों ने बताया कि उल्टी कर रहे बच्चों को एवील भी खिलाई गयी, लेकिन बच्चों के स्थिति में सुधार नहीं हुआ. इस बीच ग्रामीणों के दबाव में सभी बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया. स्कूल की एचएम नीता कुमारी ने बताया कि उपचार के बाद सभी बच्चे स्वस्थ्य हैं. डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी है.
बीमार बच्चों को देखने पहुंचे सिविल सर्जन
एमडीएम खाने से 87 बच्चों के बीमार होने की सूचना पर सिविल सर्जन डॉ. अवध कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक एएन शाही इंमरजेंसी वार्ड पहुंच कर बच्चों के स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से इलाज में परेशानी के बारे में पूछताछ की. सिविल सर्जन ने डॉक्टर से बच्चों की स्थिति के बारे में पूछताछ की. सीएस ने बताया कि उपचार के बाद सभी बच्चे स्वस्थ्य हैं. अभी बच्चों को खानपान में सावधानी बरतने को कहा गया है.