भारतीय सेना ने लिया बदला, 10 जवानों को मार गिराया, तीन पोस्ट किये तबाह
जम्मू-कश्मीर के पुंछ के कृष्णा घाटी में सोमवार सुबह पाकिस्तान ने भारत के दो जवानों को मार गिराया था. उनके शवों को क्षत-विक्षत कर दिया था. पूरे भारत में इसके प्रति आक्रोश था. सब चाहते थे कि इसका बदला लिया जाये. रात होते-होते भारत की सेना ने अपने जवानों के शवों के साथ हुई बदसलूकी का बदला ले लिया. सेना ने कृष्णा घाटी सेक्टर की कृपाण पोस्ट के उस पार पाकिस्तानी सेना की पिंपल पोस्ट को ध्वस्त कर दिया.
देर रात तक चली इस कार्रवाई में पाकिस्तान की 647 मुजाहिद यूनिट के 10 जवानों के मारे की सूचना है. सुबह पाकिस्तान की सेना ने पिंपल पोस्ट से गोलाबारी की और उसकी बार्डर एक्शन टीम (बैट) ने भारतीय क्षेत्र में घुस कर शहीद जवानों के शवों के साथ बर्बरता की थी. पाकिस्तान की इस कायराना हरकत पर भारत सरकार की उच्चस्तरीय बैठक हुई. प्रधानमंत्री को पूरी घटना की जानकारी दी गयी. बैठक के बाद सेना को बदला लेने की पूरी छूट दे दी गयी.
इससे पहले रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान को दो टूक कह दिया था, ‘भारत सरकार इसकी घोर निंदा करती है. देश को हमारी सेना पर पूरा भरोसा है. इसकी जो प्रतिक्रिया उनको करनी पड़ेगी, वे करेंगे. हमारे दो सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा.’ जेटली ने यह भी साफ कहा था कि सैनिकों के शव के साथ अमानवीय हरकत में पाकिस्तानी सेना का ही हाथ है. ऐसी हरकतें तो युद्ध में भी नहीं हुआ करती. शांति में तो ऐसी हरकत हो ही नहीं सकती. कभी नहीं.
पाकिस्तान की एफडीएल पोस्ट पिंपल से 647 मुजाहिद बटालियन ने एलओसी से सटी बीएसएफ की अग्रिम पोस्ट पर गोलीबारी कर सुबह संघर्षविराम का उल्लंघन किया. बीएसएफ पोस्टों पर राॅकेट भी दागे. उस समय भारतीय सेना व सीमा सुरक्षा बल के जवान खुफिया जानकारी के आधार पर वहां बारूदी सुरंग खोज रहे थे. तभी अचानक हुए हमले में बीएसएफ की 200 बटालियन के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर निवासी गांव टिकमपुर, तहसील भाटपार रानी, जिला देवरिया (उत्तर प्रदेश) व सेना की 22 सिख यूनिट के नायब सूबेदार परमजीत सिंह निवासी तरनतारन, पंजाब शहीद हो गये. इसी दौरान पाक सेना के कमांडो और विशेष रूप से नियंत्रण रेखा के पार कार्रवाई के लिए बनी बाॅर्डर एक्शन टीम (बैट) भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक घुस गयी. टीम दोनों भारतीय जवानों के शवों को क्षत-विक्षत करने के बाद उनके अंग भी काट कर ले गयी.
क्या है बैट- पाकिस्तान में बैट का प्रमुख हिस्सा एसएसजी (विशेष सेवा समूह) है. इसका प्राथमिक कार्य नियंत्रण रेखा पर विवादित कार्रवाई करना है. अतीत में भी कई बैट हमले हुए हैं, जिनमें जवानों के सिर काटे गये हैं या उनके शवों को क्षत-विक्षत किया गया है.
कब-कब हुई जवानों के शव के साथ बर्बरता
28 अक्तूबर, 2016 : माछिल सेक्टर में मनदीप सिंह के शव का अपमान
08 जनवरी, 2013 : हेमराज और सुधाकर सिंह की बेरहमी से हत्या
जून, 2008 : केल सेक्टर में गोरखा राइफल्स के जवान का सिर कलम
जून, 1999 : कारगिल युद्ध के समय कैप्टन सौरभ कालिया के शव के साथ बर्बरता
सर्जिकल स्ट्राइक और उसके बाद
29 सितंबर, 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक हुई
04 अक्तूबर, 2016 को बारामूला में हमला, बीएसएफ का एक जवान शहीद
06 अक्तूबर, 2016 को कुपवाड़ा में गोलीबारी पर जवाबी कार्रवाई, तीन आतंकी ढेर
08 अक्तूबर, 2016 को पुंछ में एक पुलिसकर्मी शहीद
01 नवंबर, 2016 को अरनिया-राजौरी सेक्टर में आठ लोगों की मौत
07 नवंबर, 2016 को शोपियां में हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी ढेर, दो जवान घायल
09 नवंबर, 2016 को माछिल में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में भारतीय सैनिक की मौत
22 नवंबर, 2016 को बांदीपोरा में दो आतंकवादी ढेर, 2000 का नया नोट बरामद
25 नवंबर, 2016 को बांदीपोरा जिले में एक जवान शहीद, दो आतंकवादी ढेर
29 नवंबर, 2016 को नगरौटा आर्मी बेस पर हमला, सात सैनिक शहीद
27 अप्रैल, 2017 को कुपवाड़ा के आर्मी कैंप पर हमला
27 अप्रैल, 2017 को तीन सैनिक शहीद, दो आतंकवादी हलाक, एक फरार
सर्जिकल स्ट्राइक का असर
30 सितंबर, 2016 से एक अप्रैल, 2017 के बीच 193 आतंकी घटनाएं हुईं
01 अप्रैल, 2017 तक पत्थरबाजी की 2,325 घटनाएं हुईं, गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा कहा कि पिछले छह महीने की तुलना में पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुईं, लेकिन अप्रैल के पूरे महीने में पत्थरबाजी की कई घटनाएं हुईं
वर्ष 2016 में घुसपैठ की कोशिश करते 35 आतंकी मारे गये
वर्ष 2017 में फरवरी तक घुसपैठ की 43 कोशिशें हुईं, नौ आतंकवादी घुसपैठ करने में कामयाब रहे, चार आतंकवादी मारे गये और बाकी पाकिस्तान की सीमा मेंलौट गये.